खेती किसानी
मिली जानकारी अनुसार समीप ग्राम गिधवा के कृषक तमेश कुमार साहू डेढ़ एकड़ का छोटा किसान है इस साल कड़ी मेहनत करके धान पैदा किया था धान कटाई के दौरान पानी से बचाने के लिए खेत में ही घर ही बना कर रखा था जिसमें पानी पड़ने से धान का कलर कुछ लालिमा आ गया है चावल का दाना खाने लायक है धान बेचने समिति में गया तो पानी पड़ने के कारण लेने से इनकार कर रहा है मात्र डेढ़ एकड़ खेती में 72 कट्ठा धान हुआ था उसी में से ₹30000 सोसाइटी का कर्ज पटाना है बचत राशि में से बनी मजदूरी करके घर परिवार भी चलाना है अगर हल चलाने वाले के समस्या का हल नहीं निकाला गया तो सरकार की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठना स्वभाविक है क्योंकि अभी तक इसे किसी प्रकार राहत राशि नहीं मिली है ऊपर से धान नहीं खरीदा गया तो तो किसान द्वारा हताशा में कुछ भी कदम उठाया जा सकता है किसान नेता पारसनाथ साहू ने कहा कि मैं खुद उस धान को जाकर देखा है बेस्ट कलर जरूर है पर चावल खराब नहीं हुआ है इसलिए उधान को हर हालत में खरीदा जावे या पूरा-पूरा मुआवजा दिया जाए।
*आरंग क्षेत्र के किसान-करे तो करे क्या-किसान की पीड़ा,आखिर मेहनत तो किया है,अब भूखे रहने की दिन,इनका कौन बनेगा सहारा*
शुक्रवार, 28 जनवरी 2022
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*आरंग क्षेत्र के किसान-करे तो करे क्या-किसान की पीड़ा,आखिर मेहनत तो किया है,अब भूखे रहने की दिन,इनका कौन बनेगा सहारा*
आरंग
मिली जानकारी अनुसार समीप ग्राम गिधवा के कृषक तमेश कुमार साहू डेढ़ एकड़ का छोटा किसान है इस साल कड़ी मेहनत करके धान पैदा किया था धान कटाई के दौरान पानी से बचाने के लिए खेत में ही घर ही बना कर रखा था जिसमें पानी पड़ने से धान का कलर कुछ लालिमा आ गया है चावल का दाना खाने लायक है धान बेचने समिति में गया तो पानी पड़ने के कारण लेने से इनकार कर रहा है मात्र डेढ़ एकड़ खेती में 72 कट्ठा धान हुआ था उसी में से ₹30000 सोसाइटी का कर्ज पटाना है बचत राशि में से बनी मजदूरी करके घर परिवार भी चलाना है अगर हल चलाने वाले के समस्या का हल नहीं निकाला गया तो सरकार की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठना स्वभाविक है क्योंकि अभी तक इसे किसी प्रकार राहत राशि नहीं मिली है ऊपर से धान नहीं खरीदा गया तो तो किसान द्वारा हताशा में कुछ भी कदम उठाया जा सकता है किसान नेता पारसनाथ साहू ने कहा कि मैं खुद उस धान को जाकर देखा है बेस्ट कलर जरूर है पर चावल खराब नहीं हुआ है इसलिए उधान को हर हालत में खरीदा जावे या पूरा-पूरा मुआवजा दिया जाए।
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