*ब्रह्माकुमारी संस्थान मंडला में सर्वधर्म सम्मेलन संपन्न*
*ब्रह्माकुमारी संस्थान मंडला में सर्वधर्म सम्मेलन संपन्न*
मण्डला
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा "आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर" प्रोजेक्ट के अंतर्गत एवं शिव जयंती के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारीज़ मण्डला के द्वारा स्वर्णिम युग के लिए सद्भाव एवं भावनात्मक एकता लाने में धर्म नेताओं की ज़िम्मेवारी विषय पर विशेष सर्व धर्म सम्मेलन किया गया।
कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे से मण्डला सेवाकेंद्र बस स्टैंड के पीछे "विश्व शांति भवन" सभागृह में सम्मान पूर्वक मनाया गया।इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मण्डला सेवाकेंद्र संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी जी, सुभाष वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी जी, धार्मिक प्रभाग के इंदौर जोन के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमार नारायण भाई जी, देवदरा आश्रम के आदरणीय शारदात्मा नन्द स्वामी जी, सुरंग देवरी आश्रम के आदरणीय सचिदानंद स्वामी जी, नई मस्जिद कोस्टा मोहल्ला के इमाम मौलाना हशीमुद्दीन कादरी जी, नूरानी मस्ज़िद ईदगाह के इमाम मौलाना फरीद रजा खान जी, चर्च के फादर आशीष हैरी जी, जैन समाज के अध्यक्ष भ्राता राकेश जैन जी, गुरद्वारा से ज्ञानी राम राज सिंह जी,भ्राता इंद्रजीत सिंह जी, भ्राता गुरुप्रीत सिंह जी एवं भ्राता राजीव मिश्रा जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान को याद करके किया गया ।इसके बाद ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहनजी ने सभी मंचासीन धर्म गुरुओं का फूल गुलदस्ते , बैज लगाकर एवं पट्टे पहनाकर स्वागत किया। सभी धर्म गुरुओं ने दीप प्रज्वलन किया।
ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी जी ने सभी का शब्दों के द्वारा स्वागत किया साथ ही कहा कि जो धारणाएं अपने जीवन में अपनाते हैं वही धर्म बन जाता है। सही धर्म का अर्थ है जहां सद्भावना हो।
मौलाना हशीमुद्दीन कादरी जी ने कहा कि इस तरह के अवसर बहुत कम आते हैं, जब सर्वधर्म के धर्म गुरु एक स्टेज पर हों और एक दूसरे को सुनने का मौका मिले।
इसके लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान का बहुत-बहुत धन्यवाद किया। आपस में सद्भावना प्यार दोस्ती होनी चाहिए इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए।
आदरणीय सच्चिदानंद स्वामी जी ने कहा कि उस जगह प्रकाश डाला जाए जहां सच में अंधेरा है। ऐसे ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर हम को यह संदेश देना चाहिए कि मानव व इंसानियत सबसे ऊपर है। उद्देश्य यह होना चाहिए कि सभी प्रेम सुख शांति के साथ रहे।
आदरणीय शारदात्मा नन्द स्वामी जी ने ब्रह्माकुमारी संस्थान को सर्वधर्म सम्मेलन करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया साथ ही कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमेशा होते रहने चाहिए जिससे कि सभी को अच्छा करने के लिए प्रेरित कर सकें।
मौलाना फरीद रजा खान जी ने कहा कि सभी को एकता के सूत्र में बंधकर रहना चाहिए जिससे सभी जगह अमन-चैन रहे। सभी को दूसरों के प्रति अच्छी सोच रखना चाहिए।
ब्रह्माकुमारी संस्थान के धार्मिक प्रभाग के इंदौर जोन के जोनल कोऑर्डिनेटर भ्राता ब्रह्माकुमार नारायण भाई जी भी ऑनलाइन के माध्यम से इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और बताया कि जब सार्वभौमिक सत्यता होगी,कि हम सभी एक परमपिता की संतान हैं और भावनात्मक एकता के द्वारा स्वर्णिम दुनिया की स्थापना हो सकती है। संकल्प से भावना बनती है भावना से बोल निकलते हैं बोल से हमारे कर्म बनते हैं और कर्म से सृष्टि बनती है।
राकेश जैन जी ने इस कार्यक्रम में कहा कि हमें हमारे कर्म की पद्धति सुधारना है। सब के प्रति अच्छे भाव रखना चाहिए। दूसरों के प्रति अच्छे भाव रखेंगे तो हमारा खुद का अच्छा ही होगा। किसी को भी किसी का बुरा नहीं करना चाहिए और किसी के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए। हमारे द्वारा अच्छा सोचने से स्वयं का भी और दूसरों का भी अच्छा होता है।
ज्ञानी रामराज सिंह जी ने इस विशेष कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया और साथ ही सभी को भाईचारे की भावना के साथ रहने का संदेश दिया।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी जी ने सभी को भगवान का परिचय दिया और सभी को बताया कि संकल्प और सद्भावना व भावनात्मक एकता,भाईचारे की भावना हमारे अंदर उत्पन्न होती है, हम महसूस करते हैं कि जगत में रहने वाले जगत पिता के हम सभी रचना है, आपस में हम सभी भाई भाई हैं। एक पिता परमात्मा की संतान हैं ।स्वर्णिम युग लाने के लिए सद्भावना व भावनात्मक एकता होनी चाहिए, इसके लिए सभी को आध्यात्मिकता को अपनाना होगा। आध्यात्मिक शिक्षा के आधार पर हम अपने अंदर परिवर्तन लाकर दूसरों के आगे प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे,एक उदाहरण मूर्त बनेंगे। दूसरों को भी परिवर्तन कर सकेंगे। स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन होगा।
इसके बाद सभी मंचासीन धर्म गुरूओं को ईश्वरीय उपहार देकर धन्यवाद किया।
सभी ने इस कार्यक्रम की बहुत बहुत प्रशंसा की, साथ ही सभी ने आगे भी ऐसे प्रोग्राम आयोजित करने के लिए कहा।