*देश को रोशन करने वाले अपने घर में भी रोशनी करें – बीके स्वाति दीदी*
*देश को रोशन करने वाले अपने घर में भी रोशनी करें – बीके स्वाति दीदी*
बिलासपुर
विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए व्यक्ति को आंतरिक शक्ति व सकारात्मक सोच की जरूरत होती है। डिप्रेशन में आने से व्यक्ति लड़ने से पहले ही हार जाता है। हमें यह समझना चाहिए कि तनाव किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।
उक्त उदबोधन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थानीय शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन की संचालिका बी के स्वाति दीदी ने के.एस.के महानदी पावर प्लांट के दो दिवसीय “तनाव मुक्त जीवन शैली” कार्यशाला में कही। के.एस.के महानदी पावर प्लांट में “तनाव मुक्त जीवन शैली” के ऊपर दो दिवसीय कार्यशाला रखी गई थी। जिसमें 6 सेशन के दौरान प्लांट के महाप्रबंधक वेणुगोपाल राव सहित 1800 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
दीदी ने वहां उपस्थित कर्मचारियों अधिकारियों से कहा कि आप अपने जीवन का लगभग एक तिहाई हिस्सा यहां पावर प्लांट में सेवा देते हुए बिताते हैं। यह आपका एक बेहद ही वृहद परिवार है। जैसा कि आप लोगों के द्वारा ही पता चला यहां उत्पाद की जा रही लगभग 15 सौ से 18 सौ मेगावाट बिजली से हमारे देश के कई क्षेत्रों को बिजली दी जाती है। कार्यक्षेत्र में होने वाली दिक्कतें और परेशानियों के बावजूद आप देश को बिजली सप्लाई करते हैं। देश को रोशन करने वाले अपने घर में भी रोशनी करें। यह रोशनी आपके अपने अंदर से आत्म चिंतन के द्वारा ही निकलेगी। ऐसा नहीं है कि सारा काम एक ही व्यक्ति करता है या सारी जिम्मेदारी एक ही व्यक्ति के ऊपर है। अपने आप को अपने इस प्लांट का सर्वश्रेष्ठ एवं जिम्मेदार कर्मचारी मानकर अपनी संपूर्ण कार्य क्षमता से इस प्लांट की सेवा करें। यह देश सेवा से कम नहीं है। आपके द्वारा भेजी जा रही बिजली से कितने घर रोशन होते हैं, यह सोचकर ही आप गौरान्वित होंगे। आपका यह योगदान देश की अनेक हिस्सों में रोजगार पैदा कर रहा है। बिजली है तो कारखाने हैं, व्यवसाय हैं, ट्रांसपोर्ट है, मेट्रो ट्रेन है… बिजली के बिना तो आज जीवन की कल्पना करना मुश्किल है। आप सोचिए आपका योगदान देश के लिए कितना महत्वपूर्ण है, और इतने ही महत्वपूर्ण आप इस प्लांट के लिए और अपने परिवार के लिए भी हैं। थोड़ा सा अपने अंदर में यह परिवर्तन लाइए की आप अपनी सुबह ईश्वर की प्रार्थना के साथ करें और अपने सभी साथियों और मैनेजमेंट का धन्यवाद करें। उन्हें दिल से दुआ दे कि वह सभी इस देश की प्रगति में आपके साथ हैं। यदि हमारे विचार सकारात्मक होंगे तो उसका प्रभाव भी सकारात्मक होगा। राजयोग मेडिटेशन की विधि अपनाकर व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्तियों का विकास कर सकता है और अपने चिंतन व विचारों को सकारात्मक कार्यों की ओर सहजता से मोड़ सकता है। मन में तनाव डर व डिप्रेशन पैदा होने से छोटी सी समस्या भी पहाड़ के समान विकराल रूप धारण कर लेती है।
कार्यक्रम के अंत महाप्रबंधक वेणुगोपाल राव जी ने कहा कि पूरे विश्व में ब्रह्माकुमारी संस्थान अपनी नि:स्वार्थ सेवा के लिए पहचानी जाती हैं। इनकी उपस्थिति मात्र से पूरा वातावरण सकरात्मक हो जाता है। हमारे आग्रह पर ब्रम्हाकुमारी स्वाति दीदी ने तनाव मुक्त कार्यशाला का आयोजन हमारे प्लांट में करके सभी को लाभान्वित किया है हम उनका दिल से आभार व्यक्त करते है।