*सिक्स लाइन से अधिक व्यस्त रहने वाले सर्विस रोड की साइडों में गड्ढे ही गड्ढे*
*सिक्स लाइन से अधिक व्यस्त रहने वाले सर्विस रोड की साइडों में गड्ढे ही गड्ढे*
*आये दिन हादसों का शिकार हो रहे दुपहिया सवार*
सुरेन्द्र जैन / धरसीवा
सांकरा से सिलतरा तक सिक्स लाइन से भी अधिक व्यस्त रहने वाले सर्विस रोड की साइडों में गहरे गहरे गड्ढे आये दिन दुपहिया चालको के लिए हादसों का कारण बन रहे हैं बाबजूद इसके जिम्मेदार मौन हैं।
रायपुर बिलासपुर राजमार्ग को सांकरा से सिमगा तक सिक्स लाइन बनाया गया वहीं सांकरा से एक नई फोर लेन सड़क भी सीधे टाटीबंध तक बनाई गई लेकिन सैंकड़ो करोड़ खर्च के बाद भी इसका बेतरतीब ढंग से हुआ निर्माण बड़ी संख्या में हादसों का जन्मदाता बन गया है।
*सांकरा से सिलतरा तक सिक्स लाइन के दोनो तरफ फैक्ट्रियां*
सांकरा से सिमगा सिक्स लाइन में सिलतरा तक सड़क के दोनो ओर बड़ी संख्या में ओधोगिक इकाइयां हैं पूर्व दिशा में फेस वन है जहां सिलतरा मांढर टाडा तक बड़ी संख्या में फैक्ट्रियां हैं ओर पश्चिम दिशा में फेस टू है जहां सांकरा सोण्डरा मुरेठी तक बड़ी संख्या में ओधोगिक इकाइयां है।
*श्रमिको की जान हथेली पर*
सिक्स लाइन के दोनो तरफ मौजूद ओधोगिक इकाइयों में आसपास के गांवो के हजारों श्रमिक मजदूरी करने आते जाते हैं कोई पैदल कोई सायकिल से तो कोई वाइक से आना जाना करते हैं लेकिन सांकरा निको ओर सिलतरा सीएसआईडीसी कार्यालय के समीप चोक में अंडरब्रिज का निर्माण नहीं किया गया ईंसलिये हजारों मजदूर सुबह शाम एवं नाइट ड्यूटी वाले नाइट में जान हथेली पर रखकर सिक्स लाइन को पार करते है और अक्सर हादसों का शिकार भी होते हैं।
*मुरेठी के स्कूली बच्चे कर चुके कई आन्दोलन*
सिक्स लाइन के पश्चिम दिशा में औघोगिक क्षेत्र फेस टू है सीएसाईडीजी भवन के सामने से मुरेठी मार्ग है मुरेठी के बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं सिक्स लाइन के पूर्व में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पढ़ने जाते हैं लेकिन सिक्स लाइन पर न तो चढ़ने उतरने को मार्ग बना न ही अंडरब्रिज बना है इसलिए मुरेठी के बच्चें अपनी साइकिलों को सिक्स लाइन के इसी तरफ खड़ा कर जान हथेली पर लेकर सिक्स लाइन पार कर स्कूल जाते है हादसों के बाद पूर्व में स्कूली बच्चे कई बार आआन्दोलन भी किये ज्ञापन दिए लेक़ीन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला समस्या जस की तस है आज तक अंडरब्रिज नहीं बनाया गया।
*दस बारह फीट चौड़ी सर्विस रोड साइडों में भारी गड्ढे*
सांकरा से सिलतरा तक ओधोगिक इकाइयों ओर उन ओधोगिक इकाइयों के लिए रोज सैंकड़ो वाहनों की आवाजाही के चलते यह सर्विस रोड जितना व्यस्त रहता है उसे देख बीस फीट की भी सर्विस रोड बनती तो भी कम थी बाबजूद इसके मात्र दस बारह फीट की ही सर्विस रोड बनाई गई जिस पर अलसुबह से ही बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाती है यह सर्विस रोड सिक्स लाइन से कई गुना अधिक व्यस्त रहती है लेकिन दोनो तरफ की साइडों में सांकरा से सिलतरा तक गहरे गहरे गड्ढे हैं रात्रि में अधिकांश खंबों की ट्यूलाइट बल्ब भी बन्द रहते हैं गड्डो के कारण आये दिन दुपहिया सवार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे है।