सरिता नासरे.. स्कूली शिक्षा के सर्वांगीण विकास के क्षेत्र में समर्पित एक नारी शक्ति का सम्मानित नाम.. राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार सहित छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित नई दुनिया ज्योतिर्मय पुरस्कार से सम्मानित
सरिता नासरे.. स्कूली शिक्षा के सर्वांगीण विकास के क्षेत्र में समर्पित एक नारी शक्ति का सम्मानित नाम.. राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार सहित छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित नई दुनिया ज्योतिर्मय पुरस्कार से सम्मानित
महेंन्द्र ठाकुर /नवापारा (राजिम)
शिक्षा के क्षेत्र में भारत वर्ष हमेशा विश्व का सिरमौर रहा है और इस परंपरा में गुरुजनों का विशेष योगदान होता है क्योंकि गुरु बिना ज्ञान कहां प्राचीन गुरुकुल परंपरा से लेकर आज आधुनिक शिक्षा में इनका महत्त्व बना हुआ है लेकिन अब शिक्षा दो धाराओं में विभक्त हो चुकी है जिसमें प्राइवेट स्कूल की शिक्षा और दूसरा सरकारी स्कूल की शिक्षा है जिसमें आज प्राइवेट स्कूल और उनकी शिक्षा का बोलबाला सा है दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों की शिक्षा जिसे अब इंपॉर्टेंस नहीं दिया जा रहा है जबकि पहले ऐसा नहीं था 90 के दशक तक सरकारी स्कूल और वहां के शिक्षक शिक्षा के माइलस्टोन थे हालांकि अभी भी है लेकिन पहले जैसे वातावरण नहीं रहा ,परंतु कुछ ऐसे कर्मठ और कालजई व्यक्तित्व होते हैं जो सरकारी स्कूलों की दशा और दिशा दोनों को शिक्षा के सर्वांगीण विकास में बदल देते हैं ऐसी ही एक पर्सनालिटी है शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवापारा राजिम की प्रधानाचार्य श्रीमती सरिता नासरे जिन्होंने मितव्ययिता से जनप्रतिनिधियों , स्कूल स्टाफ के सहयोग से स्टूडेंट और स्कूल का भी कायाकल्प करने वाले एक चमत्कारिक व्यक्तित्व की परिचायक है।
कर्तव्य पथ पर अडिग- अविचल चलना ही उद्देश्य.... नवापारा राजिम मे पदस्थ होने के पूर्व श्रीमती सरिता नासरे मांढर बस्ती रायपुर मे प्रधानाचार्य थी वहां पर छात्र-छात्राओं के के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसा कार्य किया की इनका नाम अंतरराष्ट्रीय शिक्षा जगत में जाना पहचाना नाम बन गया , उस स्कूल से बहुत बड़ी संख्या में ब्रिलियंट बच्चे निकलकर विभिन्न क्षेत्रों में अपना परचम लहरा रहे है। इसके पश्चात इनका तबादला शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवापारा राजिम में हुआ अपने गुण और कार्य के अनुसार इन्होंने यहां भी अपना अभियान चालू रखा शुरू में काफी सारी कठिनाइयां आई लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी 3 साल के अंदर पढ़ाई से लेकर स्कूल की दशा और दिशा दोनों को काफी ऊंचे मुकाम पर ले आईं, छात्रों के मुकाबले छात्राओं में सीखने और कुछ कर गुजरने की ललक ज्यादा होती है इसी का परिणाम है यहां के स्कूल में नवापारा नगर ही नहीं अंचल में सबसे ज्यादा छात्राओं की दर्ज संख्या है जो लगभग 1200 के ऊपर है। इस बारे में जब विशेष संवाददाता महेंद्र सिंह ठाकुर ने सरिता मैडम से बात किया तो उन्होंने बताया छात्र-छात्राओं के भविष्य को आलोकित करने के लिए हर शिक्षक को कृत संकल्पित रहना चाहिए और मैं अपने कर्तव्य पथ पर अविचल अडिग होकर चलती रहती हूं।
लगातार सम्मान.... एक कहावत है आप अपने कर्तव्य पथ पर खामोशी से चलते रहें सफलता अपने आप शोर मचा देती है। ऐसा ही नासरे मैडम के साथ शाश्वत में होता आया है उन्हें हमेशा विद्यार्थियों के साथ गार्जियन का भी बेहद सम्मान मिला कई पुरस्कार मिले इस वर्ष 4 सितंबर को भारत की जानी-मानी शिक्षा और समाज सेवा में अग्रणी गोपाल किरण समाज सेवी संस्था ने लखनऊ उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध सहभागी शिक्षण केंद्र में मैडम नासरे सहित अखिल भारतीय स्तर पर शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों मे महान विभूतियां की उनकी उपलब्धि पर सम्मानित किया गया। और 19 सितंबर 2022 को अखबार जगत के जाने पहचाने नाम नई दुनिया एवं उनके सहयोगी संस्थान द्वारा रायपुर के प्रसिद्ध सयाजी होटल मे 40 शिक्षक जोकि प्राइमरी स्तर से लेकर कॉलेज स्तर के प्राध्यापक थे उनका सम्मान छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम के द्वारा एक भव्य समारोह में किया गया जिसमें सरिता मैडम को भी सम्मान हेतु सादर आमंत्रित किया गया था सम्मान पश्चात सरिता मैडम ने कहा यह सम्मान छात्र-छात्राओं और शिक्षक के कर्तव्य को समर्पित है जो शिक्षा के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान बनाने के लिए कृत्य संकल्पित हैं।