*तमन्ना विनाश का कारण ,तन्मयता जीवन का विकास करती है-- ब्रह्मा कुमार नारायण भाई*
*तमन्ना विनाश का कारण ,तन्मयता जीवन का विकास करती है-- ब्रह्मा कुमार नारायण भाई*
अलीराजपुर,
जीवन को केवल तमन्ना में ही मत जिओ,अपितु इसे तन्मयता के साथ जीने की आदत भी बनाओ,क्योंकि जो लोग केवल तमन्नाओं में जिया करते हैं ना...यह जिन्दगी उनकी नासमझी पर हंसा करती है। एक इच्छा पूरी नहीं हुई कि उससे पहले और अनेक इच्छाओं का जन्म होना ही तमन्ना में जीना है।
तन्मयता में जीना अर्थात अपने द्वारा संपन्न प्रत्येक कार्य को पूर्ण निष्ठा के साथ सावधानी पूर्वक इस प्रकार से करना कि कर्म ही पूजा बन जाए और आत्म संतुष्टि ही परिणाम बन जाए,जैसे कि तन्मयता के कारण ही एकलव्य अर्जुन से भी आगे निकल गया, और केवल तमन्ना के कारण ही दुर्योधन को कुलनाशक होना पड़ा।
*अतः तमन्ना नाश का कारण और तन्मयता ही जीवन के विकास का कारण है..! यह विचार इंदौर से पधारे जीवन जीने की कला के प्रणेता वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने दीपा की चौकी पर स्थित ब्रह्माकुमारी सभागृह में नगर वासियों को संबोधित करते हुए बताया कि हमेशा अच्छे के साथ अच्छे तो जरूर बनिये, लेकिन बुरे के साथ कभी भी बुरे मत बनिए.......... ।
*क्योंकि हीरे से हीरा तो तराशा जा सकता है,लेकिन कीचड़ से कीचड़ कभी भी साफ नहीं किया जा सकता है ।
*इसलिए मेरा कोई कितना भी बुरा क्यों न करे वो उनका कर्म है,परंतु मैं कभी भी किसी का बुरा न करूं, यह मेरा धर्म होना चाहिए । अतः हमेशा सभी का भला ही करते चलिए.... इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी प्रतिभा बहन ने बताया कि यदि आपमें हर चीज को सकारात्मक तरीके से समझने की भावना है,तभी आप जीवन के प्रत्येक क्षण का आनंद ले सकेंगे, फिर चाहे परिस्थिती कष्टदायक हो या सुखदायक...और नकारात्मकता एक विष की तरह होती है... जो कि धीरे-धीरे आपके व्यक्तित्व को खत्म कर देती है। इसलिये हर परिस्थिति में सकारात्मक रहने का प्रयास करिए....। ब्रम्हाकुमारी माधुरी बहन ने बताया
की एक बात हमेशा ध्यान मे रखिए कि:-
इस अफ़सोस के साथ कभी न उठिये कि कल आप क्या नहीं कर पाए, बल्कि इस सोच के साथ उठिये कि आज आप क्या - क्या कर सकते हो. कार्यक्रम के अंत में सभी को मानसिक शांति हेतु राजयोग का अभ्यास कराया गया।