*नहीं धम रहा सड़क हादसा ---खूनी सड़क ने फिर निगली एक जिंदगी ,फेक्ट्री कर्मी को रौंदते अज्ञात वाहन फरार,सिर कुचलने से मौके पर ही दर्दनाक मौत
*खूनी सड़क ने फिर निगली एक जिंदग,फेक्ट्री कर्मी को रौंदते अज्ञात वाहन फरार,सिर कुचलने से मौके पर ही दर्दनाक मौत
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा
सिक्स लाइन को बेतरतीब ढंग से बनाने और ओधोगिक क्षेत्र के बाबजूद संकीर्ण सर्विस रोड का निर्माण अति आवश्यक जगहों पर अंडरब्रिज का निर्माण न कराने से खून की प्यासी बनी सांकरा सिलतरा की सड़क ने शुक्रवार रात्रि फिर एक फैक्ट्री कर्मी की जिंदगी लील ली।
जानकारी के मुताबिक मृतक बलदाऊ कोरी पिता जीवन लाल कोरी निवासी मांढर सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र के फेस टू में स्थित मारुति फेरस फेक्ट्री से ड्यूटी पूरी कर अपनी वाइक क्रमांक सीजी 04 एलटी 6998 से अपने घर मांढर वापस जा रहा था तभी सिलतरा तेलिन दाई मन्दिर के सामने अज्ञात वाहन ने उसे अपनी चपेट में ले लिया और फरार हो गया अज्ञात वाहन के पहियों में सिर कुचलने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई ।
*लगा जाम पहुची पुलिस*
घटना के बाद फेस टू व सर्विस रोड में जाम लग गया सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस की डायल 112 में तैनात आरक्षक यूसुफ खान व एक अन्य आरक्षक पहुचे उन्होंने शव को धरसीवा मरचुरी भेजा व मृतक के ड्राइविंग लाइसेंस से उसकी शिनाख्त कर परिवार जनों को सूचना दी।
*असली कारण तक नहीं पहुच रहा शासन प्रशासन*
जब से रायपुर बिलासपुर हाइवे सांकरा से सिमगा तक सिक्स लाइन बना है तभी से आये दिन किसी न किसी की सड़क हादसे में मौत का सिलसिला शुरू हो गया है यदि सत्य के आईने में इसके लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया जाए तो वह है एनएचएआई के तत्कालीन अधिकारी इंजीनियर ओर निर्माण एजेंसी क्योकि निर्माण के पूर्व ही जनसुनवाई में यह मुद्दा उठा था कि सिक्स लाइन बनेगी तो हाइवे के दोनो तरफ गांव हैं ओधोगिक इकाइयां है मजदूर ग्रामीण केंसे सड़क पार करेंगे तब सांकरा में भी अंडरब्रिज बनाने का ग्रामीणो से वायदा किया गया था लेकिन जब निर्माण हुआ तो अंडरब्रिज को मानो निगल गए ।
*हाइवे के दोनो तरफ फैक्ट्रियां*
इस सिक्स लाइन के पूर्व दिशा में ओधोगिक क्षेत्र सिलतरा का फेस वन है एवं सबसे बड़ी ओधोगिक इकाई जायसवाल निको स्टील प्लांट सिक्स लाइन के बाजू सर्विस रोड के किनारे से ही शुरू होता है एवं सिक्स लाइन के पश्चिम दिशा में सड़क किनारे सांकरा सोण्डरा निमोरा मुरेठी गांव हैं व ओधोगिक क्षेत्र का फेर्स टू है जहां बड़ी संख्या में ओधोगिक इकाइयां है इसलिए सैंकड़ों की संख्या में गरीब मजदूर वर्ग इस सिक्स लाइन को जान हथेली पर रखकर पार करता है वही मुरेठी की छात्राएं भी सिलतरा स्कूल जाने खतरों के बीच सिक्स लाइन पार करती हैं।
*मुआवजा लेते ही पुनःतान दी दुकानें*
सिक्स लाइन निर्माण के पूर्व सांकरा सिलतरा में सडक किनारे जो भी मकान दुकाने थी सभी को मुआवजा मिला और उनके भवन व दुकाने तोड़ी गई इससे जो पीछे वाले रहवासी थे वो सिक्स लाइन की सर्विस रोड के किनारे आने से खुश थे कि उनके भी भाग्य खुल गए लेकिन ऐंसा हुआ नहीं क्योकि अद्धिकारियो की मिलीभगत से मुआवजाधरियो ने मुआवजा मिलते ही उस राशि से सर्विस रोड किनारे तक उसी जमीन पर पूर्व से भी बेहतर पक्की दूकानों का निर्माण करा लिया ओर कुछ स्थानों पर जैंसे जेके वीडियो हाल के आसपास तो ये स्थिति बन गई कि एक तरफ सर्विस रोड किनारे तक दूकाने व दूसरी तरफ सर्विस रोड व सिक्स लाइन किनारे ट्रकों की अवैध पार्किंग का अड्डा बनने से आये दिन दुर्घटनाएं होने लगी।
*...तो नहीं होते सडक हादसे*
यदि इस सिक्स लाइन में सांकरा चोक सिलतरा पुराना चोक चरोदा गुरु फ्यूल्स के सामने अंडरब्रिज एवं सिक्स लाइन पर चढ़ने उतरने समुचित वंयवस्था की गई होती तो शायद आये दिन सड़क हादसे नहीं होते।
*तत्कालीन जिम्मेदारों पर दर्ज हो केश*
बढ़ती घटनाओँ को लेकर ग्रामीणो का कहना है कि आय दिन हम किसी न किसी हमारे ग्रामीण भाई को खोते जा रहे है जिसके लिए दोषी सिंर्फ़ ओर सिंर्फ़ निर्माण एनएचएआई के तत्कालीन अधिकारी व इंजीनियर जिम्मेदार हैं ग्रामीणो का कहना है कि इन बढ़ती घटनाओँ के लिए जिम्मेदार तत्कालीन इंजीनियर व अद्धिकारियो पर हत्या का केश दर्ज हो।