शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक धर्मेंद्र सिंह ठाकुर पर लगे आरोप बेबुनियाद साथ ही आरोपों से कोपरा गांव सहित अंचलवासी बेहद आक्रोशित उच्च स्तरीय प्रशासनिक जांच की मांग--- दोषियों को कड़ा दंड मिले।।।
शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक धर्मेंद्र सिंह ठाकुर पर लगे आरोप बेबुनियाद साथ ही आरोपों से कोपरा गांव सहित अंचलवासी बेहद आक्रोशित उच्च स्तरीय प्रशासनिक जांच की मांग--- दोषियों को कड़ा दंड मिले।।।
पांडुका (गरियाबंद)
- शिक्षक के कार्य का सेवा भाव और उसकी गरिमा बहुत आभामय होती है जिसके अंदर समाहित है शिक्षा -नैतिकता व्यवहारिकता- अनुशासन और समर्पण और इसी से परिपूर्ण है शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला कोपरा जिला गरियाबंद के शिक्षक धर्मेंद्र सिंह ठाकुर ऐसा कहना है कोपरा- पांडुका -रजनकटा एवं अंचल तथा गरियाबंद जिले एवं छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से धर्मेंद्र सिंह ठाकुर को जानने वाले लोग जिन्होंने स्वयं पहल कर अपनी बातें विशेष संवाददाता महेंद्र सिंह ठाकुर के पास रखी।
ठाकुर सर को मैं बचपन से जानता हूं- ऐसा कदापि नहीं हो सकता ------अंचल एवं कोपरा के प्रतिष्ठित कृषि दवा एवं खाद के थोक व्यापारी और समाजसेवी धनंजय कुमार साहू ने कहा जब से श्री ठाकुर के बारे में लगे कथित बैड टच, गुटखा खाकर थूकने ,बच्चों को कपड़ा फटने तक मारने की क्षेत्रीय ,प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर खबरें पढ़ी है और देखी है बेहद आक्रोशित और दुखी हूं, ठाकुर सर को मैं बचपन से जानता हूं एक व्यवहार कुशल आदर्श शिक्षक पर लगे आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं जो भी दोषी हो उसे कड़ा दंड मिले कथित मीडिया की भूमिका भी बेहद संदिग्ध है और एक पक्षीय रहा जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के बिल्कुल प्रतिकूल है।
विगत 5 साल से उपरोक्त शाला में पदस्थ कभी कोई शिकायत नहीं ---कोपरा गांव के सूर्य कांत साहू ने कहा कि 5 वर्ष से ठाकुर जी यहां पदस्थ है छोटे बड़े छात्र छात्राओं सभी से सम्मानजनक मर्यादित व्यवहार करते हैं मेरे दो बच्चे हैं इसमें एक बेटा है जो अभी दसवीं मैं है 3 वर्ष उसी स्कूल में पढ़ा है प्रधान पाठक ठाकुर की कोई शिकायत कभी नहीं मिली इनके पुत्र पुष्पेंद्र साहू ने कहा कि ठाकुर सर आदर्श शिक्षक है पढ़ाई और अनुशासन पर हमेशा जोर देते है और हमेशा छात्र छात्राओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार करते हैं वहीं इनकी छोटी बहन जो वर्तमान में उसी स्कूल में कक्षा आठवीं की विद्यार्थी है उसने भी अपने भाई की बातों का पुरजोर समर्थन किया और कहा ठाकुर सर योग्य शिक्षक है।
मेरे आदर्श शिक्षक ठाकुर सर पर इल्जाम गलत ----प्रधान पाठक श ठाकुर सर कोपरा स्कूल के पहले पूर्व माध्यमिक शाला भेंडरी में पदस्थ थे इनके 3 साल शिष्य रहे पीलू राम साहू जो आर्यभट्ट कॉलेज कोपरा में कार्यालय सहायक है बहुत भावुक होकर बोले ठाकुर सर पर लगे आरोप सरासर झूठे हैं इसमें गहरा राज छुपा है पढ़ाने में ,अति योग्य व्यवहारिक ,सभी के सुख दुख में शामिल होने वाले ठाकुर सर ऐसा कैसे करेंगे मीडिया की भूमिका संदिग्ध है मैं इन सब मामलों की उच्चस्तरीय जांच की मांग करता हूं।
ठाकुर सर हमारे शिक्षक ही नहीं पालक समान रहे-------प्रधान पाठक ठाकुर सर पर लगे आरोपों से बेहद आहत ग्राम रजनकटा जिला गरियाबंद की इनकी छात्रा रही 23 वर्षीय त्रिवेणी साहू जो एम, ए, पीजीडीसीए वर्तमान में टेलरिंग कार्य करती है उन्होंने कहा कि ठाकुर सर की जितनी प्रशंसा की जाए कम है उन्होंने हमें पूरी ईमानदारी और मेहनत से पढ़ाई करवाएं, वे हमारे शिक्षक नहीं पालक समान थे उनके साथ साजिश हुई है जिसकी में उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
आदर्श शिक्षक- इमानदारी अनुशासन और जन सामान्य सेवा भावी प्रधान पाठक धर्मेंद्र सिंह ठाकुर को बदनाम करने की साजिश----पांडुका परिक्षेत्र साहू समाज ,अंचल ही नहीं गरियाबंद जिले में समाजसेवी और न्यायप्रियता के प्रतीक महेंद्र कुमार साहू पचपेड़ी पांडुका निवासी ने कहा कि प्रधान पाठक ठाकुर सर बचपन से मेरे सखा और मार्गदर्शक समान रहे जो कि एक आदर्श शिक्षक होने के साथ-साथ ईमानदारी, अनुशासन और जन सेवा में भी रुचि रखते हैं गरियाबंद जिले के विभिन्न स्कूलों में शिक्षक पद की गरिमा का पालन करते हुए अपने छात्रों और जन-जन में आज भी याद किए जाते हैं इन पर बैड टच , कपड़ा फटने तक छात्र छात्राओं को मारने और अन्य आरोप सत्ता से बिल्कुल परे है क्योंकि मैं अपने समाज में विभिन्न समस्याओं और सामाजिक दायित्वों को निराकरण करने के लिए बैठकों का प्रतिनिधित्व करता हूं तो आरोप-प्रत्यारोप की गहरी जानकारी हो चुकी है इसी प्रकार का मामला ठाकुर सर का है, मैं भूपेश बघेल मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं उच्च अधिकारियों से खास ध्यान देते हुए निम्न बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच की मांग कर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करता हूं----
१ -उक्त शाला में मुझे जो जानकारी मिली है वहां पर प्रधान पाठक श्री ठाकुर सर और नई पदस्थापना वाले शिक्षक के बीच नियमानुसार शिक्षक कार्य करने शैक्षणिक वातावरण में अनुशासन को लेकर मतभेद हुआ जिसकी शिकायत विधिवत प्रधान पाठक होने के नाते शाला शिक्षण समिति को की गई वहां से समस्या का हल न होने पर शिक्षा विभाग के विकास खंड शिक्षा अधिकारी फिंगेश्वर को नियमानुसार प्रधान पाठक द्वारा शिकायत की गई जिसकी जांच के लिए संभवतः जिसमे 13 दिसंबर 2022 को 4 सदस्य का दल वहां पहुंचा जहां पर सभी का नियमानुसार बयान दर्ज हुआ जो कि 15 दिसंबर 2022 तक चला यहां तक सब ठीक था।
२ -मीडिया और अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 16 दिसंबर 2022 को विकास खंड शिक्षा अधिकारी मिश्रा अपनी सहयोगी के साथ सामान्य निरीक्षण में उक्त पाठशाला में पहुंचे और संभवत उनके जाने के बाद दोपहर पश्चात लगभग 3:30 बजे खेल पीरियड में कुछ बाहर के इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार आए जहां पर आते ही उन मासूम छात्र छात्राओं से बातचीत कर रिकॉर्डिंग की लेकिन उससे पहले नए पदस्थ शिक्षक से मीडिया वालों ने बातचीत की और प्रधान पाठक कुछ कह पाते इससे पहले उनके ऑफिस में धमक गए और तमाम सवाल जवाब करने लगे जबकि मुझे जहां तक जानकारी ऐसे मामले में सख्त कानून है नाबालिग बच्चों की बात आती है तो सर्वप्रथम उनके माता पिता, पालक का या विधि सम्मत व्यक्ति की उपस्थिति आवश्यक है और किसी स्कूल या संस्था में वहां के उच्च विधि सम्मत अधिकारी के अलावा कोई भी जाता है तो बच्चों या मातहत कर्मचारियों से बात करने से पहले स्कूल संस्था के प्रमुख से परमिशन लेना अति आवश्यक होता है।
३ -मैंने ऐसे बहुत सारे मामले देखे हैं जिसमें मासूम छात्र छात्राओं को अगर कोई भी शिकायत होती है तो सर्वप्रथम अपने माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्य ,उनके मोहल्ले के जो भी उनके करीबी हो उनको बताते हैं फिर इस स्कूल में मेरी जानकारी के अनुसार एक महिला टीचर भी है उनको भी बच्चे बता सकते थे।
४ -जहां तक मुझे जानकारी है कि स्कूल के मामले में अनुशासन और अनुशासनहीनता के मुद्दे पर जांच हो रही थी अचानक बाहर से मीडिया का पहुंचना और आनन फानन मीडिया द्वारा विवादग्रस्त मामले को गांव के जनप्रतिनिधियों से पूछे बगैर प्रसारित और प्रकाशित करना अनेक संदेहों को जन्म देता है जबकि कोपरा काफी बड़ा गांव है और यहां बहुत सारे संवाददाता रहते हैं , सर्वप्रथम उनको कैसे जानकारी नहीं मिली , जिसने भी बाहरी मीडिया को बुलाया स्थानीय पत्रकारों को खबर नहीं हुई बाहर की मीडिया स्कूल कैसे पहुंची? मुझे इस बारे में जो जानकारी है -प्रेस के लिए जरूरी होता है ऐसे मामले में जल्दबाजी न करते हुए लेकिन हो सके सभी पहलुओं में गहरी जांच पूछताछ के पश्चात खबर प्रसारित और प्रकाशित किए जाने चाहिए।
५-मुझे मिली जानकारी के अनुसार प्रथम जो भी जांच होती है उसके पूर्ण होने के पश्चात अगर कोई और शिकायत है फिर उसकी नियमानुसार विधिवत जांच होनी चाहिए यह पूर्णतया स्पष्ट है कि प्रथम जांच को भटकाने और गांव वालों को प्रधान पाठक ठाकुर के खिलाफ आक्रोशित कर जन भावनाओं को भड़काने की गहरी चाल नजर आती है।
६-एक चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो क्लिप में उक्त मामले की काफी हद तक सच्चाई सामने आ चुकी है वैसे ठाकुर जैसे प्रधान पाठक पर लगे आरोप लोगों के गलों के नीचे नहीं उतर रहा है इसीलिए अंचल क्या पूरे गरियाबंद जिला छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से जो प्रधान पाठक ठाकुर को जानते है बेहद आक्रोशित और दुखी है जिसमें छुरा के व्यापारी रमेश शर्मा , गरियाबंद से दिलीप सिंह ठाकुर , शिशुपाल सिंह राजपूत उपसरपंच धवलपुर ,मैनपुर जाड़ापदर विजय बहादुर सिंह, अमलीपदर हितेंद्र कुमार मिश्रा ,लक्ष्मी नारायण अवस्थी अधिवक्ता देवभोग, प्यारे लाल कश्यप मुंगझर, रामायण प्रसाद तिवारी ,शैलेश कुमार मिश्रा झाखरपारा देवभोग, सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक गण ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ,डॉ प्रेम सिंह टेकाम शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन ,गरियाबंद जिला के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ,प्रथम पंचायत मंत्री एवं स्थानीय विधायक अमितेश शुक्ला ,कलेक्टर गरियाबंद, जिला शिक्षा अधिकारी जिला गरियाबंद से उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।