*आरंग नगर के स्थानीय सृजन सोनकर विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे हुआ गणित दिवस का आयोजन*
*आरंग नगर के स्थानीय सृजन सोनकर विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे हुआ गणित दिवस का आयोजन*
आरंग
स्थानीय सृजन सोनकर विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आरंग गणित दिवस का आयोजन किया गया जिसमें गणित विषय में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले श्री निवास रामानुजन का जन्म दिवस मनाया गया इस अवसर पर गणित संकाय के विद्यार्थियों सहित विविध संकाय के विद्यार्थियों के द्वारा गणित विषय पर गीत, कविता, भाषण का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया व मानव श्रृंखला के माध्यम से गणित के प्रतीक चिन्हों व अंको को प्रस्तुत किया गया ।इस अवसर पर गणित शिक्षकों के द्वारा भी श्रीनिवास रामानुजन के द्वारा किए गए गणित विषय पर उत्कृष्ट कार्य को बच्चों से अवगत कराया गया ।
विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती यशोदा योगी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन एक गणित है। गणित के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। सुबह उठते ही गणित प्रारंभ हो जाता है। समय देख कर उठना, समय पर काम करना, कहीं आना जाना, लेन देन सब में गणित शामिल होता है । इसलिए गणित से घबराना नहीं बल्कि उन्हें समझने का प्रयत्न करना चाहिए। गणित शिक्षक श्री रवि कुमार सोनकर ने रामानुजन संख्या के विषय में बच्चों को विस्तार से जानकारी दिये।गणित शिक्षक श्री भीमा लाल यादव ने गणित में शून्य का महत्व क्या है?क्या हम शून्य के बिना गणित की कल्पना कर सकते हैं जैसे रोचक तथ्यों की विस्तार से जानकारी दिये।मानसी सोनकर व वैभवी देवांगन ने श्रीनिवास रामानुजन की जीवनी व मानसी साहू,लवली बघेल,काव्य चंद्राकर,सोमनाथ साहू, पंकज साहू , चंद्रप्रकाश साहू,कुसुम सोनकर,रोमा साहू, सृष्टि चंद्राकर भूमिका धीवर, वैदेही देवांगन साहू सहित शाला नायक अश्विन देवांगन ने अपनी प्रस्तुति दी। साथ ही गणित में उच्चतम अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को कलम भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के संरक्षण लखनलाल सोनकर, अध्यक्ष छत्रधारी सोनकर, उपाध्यक्ष गजेंद्र सोनकर, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सोनकर, सचिव सूरज सोनकर ,सह सचिव सियाराम सोनकर प्रधान पाठक श्रीमती भारती वर्मा सहित विद्यालय के समस्त गुरुजन ,विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रभारी चेतन सिंह चौहान के द्वारा श्रीनिवास रामानुजन की जीवन पर कविता पाठ कर किया गया।