धरसींवा -फेक्ट्री में श्रमिक की मौत से पत्नि मासूम बच्चे और वृद्ध मां का छिना सहारा, आखिर कब रुकेगी मौतो का तांडव
धरसींवा -फेक्ट्री में श्रमिक की मौत से पत्नि मासूम बच्चे और वृद्ध मां का छिना सहारा, आखिर कब रुकेगी मौतो का तांडव
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा
सिलतरा के उधोगो में हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं अपने परिवार के पेट की खातिर उधोगो में काम करने जाने वालों में से कौन सुबह जाकर शाम को घर वापस नहीं आएगा इसकी कोई गारंटी नहीं रहती आये दिन उधोगो में हो रहे हादसों की श्रंखला में अब वन्दना ग्लोवल फेक्ट्री में हादसे में श्रमिक की जान चली गई डेढ़ साल के मासूम के साथ मृतक पुरषोत्तम सायतोड़े निवासी मलोद की मां पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के मुताबिक मृतक पुरषोत्तम सायतोड़े पिता स्वर्गीय कार्तिक राम सायतोड़े उम्र 30 निवासी मलोद सिलतरा की वंदना ग्लोवल फेक्ट्री में ठेकेदार श्रवण के अधीन काम करता था प्रतिदिन की तरह 6 जनवरी को भी वह सुबह काम करने फेक्ट्री तो गया लेकिन शाम को वापस नहीं आया देर शाम देर शाम पत्नी और वृद्ध माँ को खबर मिली कि पुरषोत्तम की फैक्ट्री में हादसे में मौत हो चुकी है।
*रोती बिलखती पहुची मां और पत्नी*
पुरषोत्तम की मौत की खबर मिलने के बाद मृतक की पत्नी श्रीमती सायतोड़े अपने डेढ़ साल के मासूम तुषार सायतोड़े और वृद्ध मां श्रीमती मिलन सायतोड़े के साथ रोते बिलखते वन्दना फेक्ट्री पहुची यहां उनके रिश्तेदार ओर गांव के लोग भी पहुचे।
*उठ गया मासूम के सर से पिता का साया*
डेढ़ साल के मासूम तुषार को यह भी नहीं पता कि उसे लाड़ प्यार करने वाले उसके पिता अब इस दुनिया मे नहीं रहे रोती बिलखती मां की गोद मे वह कंपनी पहुचा था इस घटना ने एक वृद्ध मां से उनके बुढापे का सहारा भी छीन लिया।
*आखिर कब रुकेंगे हादसे*
उधोगों में हादसे कोई नई बात नहीं है आये दिन किसी न किसी फेक्ट्री में ग्रामीण गरीब मजदूर प्राण गंवा रहे हैं सुबह काम पर जाने वाले को यह पता नहीं होता कि शाम को वायस घर पहुचेगा की नहीं कुछ दिन पहले मारुति फेरस फेक्ट्री में भी प्रबंधन की घोर लापरवाही की भेंट झारखंड के एक श्रमिक चढ़ा था भट्टी से उचटकर गर्म लोहा गर्दन में पीछे से घुसने से उसकी दर्दनाक मौत हुई थी।