*बंगोली में चौकाआरती के बाद संप्पन्न हुआ तीन दिवसीय कबीरपंथी मेला*
*बंगोली में चौकाआरती के बाद संप्पन्न हुआ तीन दिवसीय कबीरपंथी मेला*
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा
यह कबीर पंथी मेला पंथ श्री गुरूबालापीर घासीदास साहेब की 308 वीं स्मृति दिवस पर समाधिधाम में आयोजित हुआ है। यहां छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तरप्रदेश से सैकड़ों श्रद्धालु इकट्ठा हुए हैं।साहेब बंदगी साहेब के उदघोष करते हुए निशान कलश यात्रा पूरे नगर भ्रमण किया गया और महंत रामदास साहेब,महंत नरोत्तमदास साहेब,महंत नीलकंठ साहेब के मार्गदर्शन में निशान यानी कबीरपंथी सत्यनाम ध्वज फहराया गया।
इस दौरान नागपुर महाराष्ट्र से आए भजन मंडली और सावरीकला मध्यप्रदेश के साथ बिठिया भजन मंडली द्वारा कबीर भजन गायन से कार्यक्रम बहुत ही मनोरम हो रहा था,महंत प्रहलाद दास साहेब जी का भजन चार चांद लगा रहा था। लोग न सिर्फ झूम रहे थे बल्कि सामूहिक रूप से नृत्य कर रहे थे।पूरा गांव कबीरमय हो रहा था। इस साल मगहर कबीरधाम उत्तर प्रदेश से युवा संत गोपाल दास जी की उपस्थिति विशेष आकर्षण रहा।
अन्तिम दिन का कार्यक्रम शिलास्रोत कुण्ड स्नान यात्रा प्रातः7 बजे शुरू हुई। लोग भजन गाते नृत्य करते कुण्ड पहुंचकर डुबकी लगाई ,पूजा-पाठ कर आरती की गई। बाद में समाधिधाम पहुंच पूनो महातम्य का पाठ किया गया। दिनभर भजन प्रवचन का कार्यक्रम चलता रहा। शाम 6 बजे कबीपंथ का सात्विक यज्ञ चौकाआरती देररात 12 बजे सम्पन्न हुआ। इस तरह तीन दिवसीय कबीपंथी मेला सम्पन्न हुआ।