तिल्दा में मनाया गया डॉक्टर दिवस - fastnewsharpal.com
फास्ट न्यूज हर पल समाचार पत्र,

तिल्दा में मनाया गया डॉक्टर दिवस

 तिल्दा में मनाया गया डॉक्टर दिवस


 

   सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा

    तिल्दा में डॉक्टर दिवस डॉक्टरों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मनाया गया।

  डॉक्टर इस धरती पर ईश्वर के रूप में हैं जो हम सभी का बहुमूल्य जीवन बचाने हेतु हमेशा तत्पर होते हैं ।  डॉक्टरों के जीवन में कई बार ऐसे अवसर आते हैं, जब उन्हें  अपना कर्तव्य निभाने के लिए अपना पारिवारिक सुख एवं खुशियाँ त्याग कर भी सेवा कार्य करना होता है। 



ऐसे ईश्वर स्वरूप समर्पित चिकत्सकों को डॉक्टर दिवस के अवसर पर कोटि कोटि धन्यवाद देते हुए जे. बी. विद्यालय द्वारा धन्यवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

विख्यात चिकित्सक ,शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। उनका जन्म 1 जुलाई, 1882 को हुआ था और उसी दिन 1962 में उनकी मृत्यु हो गई थी।

नगर के जे. बी.  विद्यालय में इस अवसर पर डॉक्टरों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने डॉक्टरों के  निःस्वार्थ सेवा कार्य हेतु उन्हे हृदय से धन्यवाद दिया।

 नन्हे मुन्ने बच्चों ने इस अवसर पर डॉक्टरों का रूप धारण कर उनकी तरह मानवता की सेवा करने का संकल्प लिया। नन्हे मुन्ने बच्चे अपने शिक्षकों के साथ  शहर के मिशन अस्पताल, शासकीय चिकित्सालय, खुशी शिशु चिकित्सालय, वाधवा क्लिनिक आदि में चिकित्सकों से मिलने गए और उन्हें अपने हाथों से बनाये ग्रीटिंग कार्ड भेंट किए।

मिशन अस्पताल के डॉ. डेनिस एम.  डेविड, डॉ. मार्कोस मैथ्यू, डॉ. इप्सिता दीप,  डॉ. सुजॉय तांडी, डॉ सौम्यदीप रॉय,  डॉ. जोएल नंदा आदि ने नन्हे मुन्ने बच्चों का सहर्ष स्वागत किया एवं बच्चों को स्वच्छ एवं स्वस्थ रहने की सीख दी।  शासकीय चिकत्सालय की प्रभारी डॉ. उमा पैकरा ने बच्चों के साथ केक काटकर हर्ष व्यक्त किया। खुशी हॉस्पिटल के डॉ मोहनानी एवं वाधवा क्लिनिक में डॉ. ज्योति वाधवा ने बच्चों की इस पहल पर हर्ष जताया।

मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने में सभी डॉक्टर्स के योगदान को सम्मानित किया जाता है। 

दुनियाभर में आज कई रोगों के लिए अलग अलग डॉक्टर हैं। पुराने जमाने में भारत में वैद्य और दायी हुआ करते है लेकिन बाद में पुरुषों के साथ ही महिला डॉक्टरों की भूमिका भी मेडिकल के क्षेत्र में दमदार हुई।


चिकित्सक को भगवान की तरह माना जाता है। एक स्वस्थ जीवन जीना कुछ कठिन सा हो गया है। लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं या किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में चिकित्सक उन्हें स्वस्थ जीवन की राह दिखाते हैं। रोगी का इलाज कर उन्हें एक नया जीवन देते हैं।

Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads