ग्राम कुर्रा से महानदी तक हो रहे फोरलेन सड़क चौड़ीकरण कार्य में अनियमितता की नगरवासी व व्यवसाइयो ने किये कलेक्टर को शिकायत, आखिर क्या लिखा हैं शिकायती पत्र मे...? - fastnewsharpal.com
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ग्राम कुर्रा से महानदी तक हो रहे फोरलेन सड़क चौड़ीकरण कार्य में अनियमितता की नगरवासी व व्यवसाइयो ने किये कलेक्टर को शिकायत, आखिर क्या लिखा हैं शिकायती पत्र मे...?

 ग्राम कुर्रा से महानदी तक हो रहे फोरलेन सड़क चौड़ीकरण कार्य में अनियमितता की नगरवासी व व्यवसाइयो ने किये कलेक्टर को शिकायत, आखिर क्या लिखा हैं शिकायती पत्र मे...?



गोबरा नवापारा 

मिली जानकारी अनुसार कुर्रा से महानदी पुल तक सड़क निर्माण मे ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य मे भारी अनियमितता हैं जो कि प्रभावित व्यवसायियों व नगर के 108 लोगो  ने शिकायती आवेदन में हस्ताक्षर किया है, जिसे पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय गोयल और पूर्व पालिका उपाध्यक्ष मोहम्मद शफीक द्वारा  संयुक्त रुप से रायपुर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे को सौंपा गया है ।



 कलेक्टर को की गई शिकायत में बताया गया है कि उक्त निर्माण कार्य में सड़क के दोनों किनारे नाली निर्माण का कार्य भी निर्माणाधीन है । उक्त नाली की ऊंचाई ज्यादा कर दी गई है, जिसकी वजह से निर्माणाधीन क्षेत्र में व्यावसायिक, रहवासी परिसर के अलावा अस्पताल, उद्यान, स्कूल-कॉलेज, एफसीआई, टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस के साथ-साथ बस स्टैंड जैसे महत्वपूर्ण संस्थाओं में आने-जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और जिसकी वजह से लोगों को शारीरिक मानसिक और आर्थिक नुकसान होने की संभावना हमेशा-हमेशा के लिए बनी रहेगी । लिहाजा कलेक्टर महोदय से आग्रह किया गया हैं कि उक्त प्रकरण को अपने संज्ञान में लेते हुए 10 दिवस के भीतर संबंधित विभाग के अधिकारियों से सार्थक पहल कर समस्या का निराकरण करवाने की कृपा करें, अन्यथा की स्थिति में प्रभावित क्षेत्र की जनता को धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम करने हेतु मजबूर होना पड़ेगा ।



जानकारी देते हुए विजय गोयल और  शफीक भाई ने संयुक्त रूप से बताया कि उक्त फोरलेन सड़क चौड़ीकरण निर्माण क्षेत्र, स्टेट हाईवे पर स्थित है । अगर नालियों की ऊंचाई अधिक होगी तो निर्माण क्षेत्र के किनारे पर मौजूद व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और एफसीआई जैसे केंद्रीय संस्थान में प्रतिदिन आने वाले मालवाहक वाहन, नाली के उस पार सड़क किनारे ही खड़ी हो पाएंगी, जिससे फोरलेन के दोनों ओर आवागमन के सड़क की चौड़ाई कम हो जाएगी और जिसके चलते हमेशा यातायात बाधित रहेगा ।



लोक निर्माण विभाग के जिस अधिकारी ने उक्त निर्माण कार्य का प्राक्कलन तैयार किया है, वह स्वाभाविक तौर पर इस सच्चाई से अवगत होगा, लेकिन हैरानी की बात यह है कि "उसके बावजूद" निर्माण कार्य के प्राक्कलन में नालियों की ऊंचाई इतनी अधिक कर दी गई ? जो संबंधित अधिकारी की कार्यकुशलता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है ? और जिसका खामियाजा आने वाले कई वर्षों तक आम राहगीरों को उठाना पड़ेगा । यही वजह है कि प्रभावित लोगों द्वारा अपने साथ-साथ जनहित में कलेक्टर को शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया है । इतना ही नहीं कलेक्टर से यह भी मांग की गई है कि अब तक निर्माण किए जा चुके ऊंची नालियों को तोड़कर, फिर से कम ऊंचाई की नालियों का निर्माण करवाते हुए भविष्य में होने वाली ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को राहत दिलवाएं ।



बताना जरूरी है कि उक्त निर्माण कार्य को ठेकेदार द्वारा 31 जुलाई 2023 तक पूर्ण करना था परन्तु समयावधि मे पूर्ण नहीं कर पाया व शुरू हुए साल भर से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन ना तो निर्माण कार्य पूरा होता दिखाई दे रहा है और ना ही लोगों की समस्याएं खत्म होती दिखाई दे रही हैं । निर्माण कार्य के चलते आये दिन लोगों के सड़क पर गिरने व घायल होने और अन्य दुर्घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इस गंभीर समस्या की ओर आंखें मूंदे बैठे हैं । विभागीय अधिकारी तो मौके पर मौजूद ही नहीं रहते हैं । विभाग द्वारा ठेकेदार को फ्री हैंड दे दिया गया है, जिसके चलते ठेकेदार बेफिक्र और बेखौफ होकर मनमाना काम कर रहा है । वर्तमान में कलेक्टर को जिस विषय पर शिकायत की गई है, उसमें देखा गया है कि ठेकेदार द्वारा अधिकांश स्थानों पर नाली की ऊंचाई तो अधिक कर दी गई है लेकिन कुछ स्थानों पर प्रभावशाली लोगों से आपसी सांठगांठ के चलते, तमाम नियम-कायदों को दरकिनार कर उनके प्रतिष्ठानों व निवास के समक्ष नाली की ऊंचाई कम रखी गई है, जिससे संबंधित लोगों को राहत मिल गई है । गलत प्राक्कलन और ठेकेदार की ऐसी ही विभिन्न मनमानी के चलते लोगों में आक्रोश पनप रहा है ।









.लोगों का कहना है कि अगर कलेक्टर द्वारा टीम गठित कर पूरे निर्माण कार्य की जांच करवाई जाती है तो ठेकेदार के साथ-साथ संबंधित जिम्मेदार अधिकारी की सारी पोल खुल जाएगी । दुर्भाग्य इस बात का है कि अनियमिततापूर्ण और मनमाने तरीके से किए जा रहे उक्त निर्माण कार्य के चलते लोग इतने परेशान हैं और सब कुछ जानते हुए भी निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने वाले क्षेत्रीय विधायक और उनकी पार्टी के स्थानीय जनप्रतिनिधि तमाशबीन बने हुए हैं । वह भी तब, जब विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीने शेष हैं ।

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