*" सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई नवापारा द्वारा आई फ्लू" विशेष जागरूकता अभियान*
*" सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई नवापारा द्वारा आई फ्लू" विशेष जागरूकता अभियान*
नवापारा (राजिम)
सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, रेडक्राॅस, रेड रिबन क्लब के स्वयंसेवको ने गोबरा बस्ती में "मेरी माटी - मेरा देश" के अंतर्गत "आई फ्लू" पर जागरूकता अभियान चलाया। सर्वप्रथम डाॅ. आर. के. रजक, कार्यक्रम संयोजक व स्वयंसेवको के द्वारा रैली निकालकर बस्ती में नेत्र सुरक्षा जागरूकता पर नारों से बस्ती वालो का ध्यान आकर्षित किया प्रमुख चौराहों पर विद्यार्थियों व नागरिकों को बताया कि देश के अनेक राज्यों में तेजी से "आई फ्लू" पांव पसार चुकी है। "आई फ्लू" जिसे "कंजक्टिविटीज" या "गुलाबी आँखों" के नामों से भी जाना जाता है, जिसका जोखिम तेजी से फैलता जा रहा है। जिसे "आई फ्लू" हो, उसे तत्काल उचित उपचार ही निदान है, साथ ही अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचे।
स्वयंसेवक समूहों में बंटकर डोर टू डोर जाकर लोगों को समझाईश देते हुए बताया कि "आई फ्लू" होने पर अपने आँखों को बार - बार न छूए व नियमित रूप से हाथों को धोते रहे, दूसरे के मेकअप के सामान उपयोग में न लाए। हमारी आंखें संवेदनशील है। स्वयंसेवको में तारिणी, रागिनी, डाली, क्षमा, रमा, देविका अगेश, चंद्रकांत, भोपेश, मितेश, टामेश्वर, गौरव, राहुल, धनेंद्र, पारख, विनय एवं दीपक सहित कुल 32 स्वयंसेवको ने सावधानी एवं उपचार हेतु आगे बताया कि अगर आँखों में लालीपन 3 दिनों से अधिक हो, तेज दर्द व चुभन हो, धुँधला अधिक महसूस हो तथा रोशनी में देखने में दिक्कत हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर डॉक्टर से परामर्श लें। अपने आसपास के वातावरण को साफ रखे, अपने आँखों को समय - समय पर धोते रहे, अगर बाहर जाना हो तो काले चश्मों का प्रयोग करे, पीड़ित व्यक्ति के आँख के संपर्क से बचे, व्यक्ति के बैड, टोलिया एवं उनके कपड़े का इस्तेमाल न करें। कार्यक्रम के अंत में स्वयंसेवको ने शपथ लिये कि इसे हम अपने घरों से प्रारंभ कर गांव तथा शहरों में इस जागरूकता अभियान को चलाएंगे।