*सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय नवापारा स्वयंसेवको का परिचय एवं नेत्र जागरूकता अभियान*
*सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय नवापारा स्वयंसेवको का परिचय एवं नेत्र जागरूकता अभियान*
नवापारा (राजिम)
राष्ट्रीय सेवा योजना,युथ रेडक्राॅस , सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय में नेत्रदान जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में नेत्र विशेषज्ञ डॉ. एस.पी. देवांगन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानिकचौरी, डॉ. आर.के. रजक कार्यक्रम अधिकारी,अंग्रेजी के सहा. प्राध्यापक विशाल शुक्ला, वरिष्ठ स्वयंसेवक अविनाश शर्मा, ठाकुर राम साहू, अभिजीत श्रीवास्, काजल साहू, तारणी साहू, शेषनारायण साहू एवं दीपक साहू प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। डॉ. एस.पी. देवांगन ने 122 विद्यार्थियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि वे अपने गांवों, घरों एवं शहरों को जागरूक करें, अपने जीवन में जीते जी रक्तदान व मृत्यु उपरांत नेत्रदान अवश्य करें। यह एक पुण्य का काम है, जीवन का कोई भरोसा नहीं, कब समाप्त हो जाए? मोबाइल, कम्प्यूटर, टीवी का लगातार उपयोग न करें इससे नेत्र रोग की आशंका होती है। आगे उन्होंने बताया कि परिवार की सहमति से दाहसंस्कार के पहले 4 से 6 घण्टे के बीच नेत्र को सुरक्षित नेत्र बैंक में जमा कराएं। इसके लिए समय का विशेषध्यान रखें। अंधत्व दूर करने में इस अभियान में अपना अमूल्य योगदान दें। स्वयं संकल्प करें और परिवारजनों को भी जागरूक करें। प्रदेश में प्रतिवर्ष 15 हजार लोग नेत्रहीन हो रहे है। लेकिन नेत्रदान करने वालों की संख्या मात्र लगभग 400 के आसपास है। वहीं इस कार्यक्रम में डॉ. आरके रजक ने बताया कि बच्चों को टीकाकरण के समय विटामिन ए का घोल, हरी सब्जी, गाजर पपीता, अण्डा, दूध, मछली का सेवन जरूर कराएं।
आंख की रोशनी को तेज रखता है हमे श्रीलंका में रहने वाले लोगों से प्रेरणा लें कि वहां प्रत्येक व्यक्ति नेत्रदान के लिए बढ़-चढ़कर आगे आते है। हम आखें सही समय पर दान करें तो 2 से 3 पीढ़ी उपयोग कर सकती है। मानव का एक मात्र अंग नेत्र ही है। जो दूसरों के अंधकार से भरी जिन्दगी को रोशन कर सकता है। अविनाश शर्मा ने कहा कि हम सभी अपने गांवों तथा शहरों में जाकर लोगों- को नेत्रदान महादान करने के लिए जागरूक करेंगे और उन्हें सलाह देंगे कि आंखों की समस्या हो तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर इलाज कराएं। नेत्रदान मौत के बाद भी किया जाता है। इस गरिमामयी कार्यक्रम में लक्की यादव, अभिषेक साहू, दिनेश यादव, समीर, पुनम कुमार, गीतांजलि, दीक्षा यादव, चंचल साहू, रोशनी गिलहरे, कुमुदिनी साहू, छाया साहू, रीमा, सरिता साहू एवं प्रेम सहित 122 नये स्वयंसेवको ने एक - दूसरे का अति उत्साह से परिचय दिया।