स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ हो रहा अन्याय-अशोक यादव
स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ हो रहा अन्याय-अशोक यादव
आरंग
कांग्रेस के पिछले चुनावी घोषणा पत्र के अनुरूप अपने हक और अधिकार की आवाज बुलंद करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अब प्रदेश की भूपेश सरकार हिटलरशाह की तरह दमनात्मक करवाई कर रही हैं।
अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य फेडरेशन के बैनर तले बीते 21 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर डटे जिले के 200 व प्रदेश के करीब 5000 डॉक्टर,नर्स,ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक जैसे नियमित स्वास्थ्य कर्मचारी को सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी कर सिर्फ इसलिए बर्खास्त कर दिया क्योंकि वे सरकार के वादे के अनुरूप अपना हक और अधिकार मांग रहे थे।ये सरकार की एक दमनात्मक और हितलशाही करवाई है जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और कर्मचारियों की मांगो की समर्थन करते हैं ।
यह बाते आरंग भाजपा मंडल के मंत्री व गुल्लू के युवा पंचप्रतिनिधि अशोक यादव ने कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पिछले चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया था जिसमे उसने कर्मचारियों से नियमितीकरण किए जाने, वेतनविसंगति दूर करने जैसे कई लोक लुभावन वायदे किए थे।कर्मचारियों ने इस घोषणा पत्र पर भरोसा कर कांग्रेस का चुनाव किया था और उसे सत्ता तक पहुचाया था।लेकिन सत्ता पाने के बाद कांग्रेस की भूपेश सरकार अपना घोषणा पत्र और कर्मचारियों से किए गए तमाम वायदे भुला दिए।
जिन्हें कर्मचारियों द्वारा बीते करीब साढ़े चार वर्षो में कई बार धरना प्रदर्शन, ज्ञापन आदि के माध्यम से शासन ,प्रशासन को याद भी दिलाया गया लेकिन सरकार के कान में जु तक नही रेंगी और अब जब चुनावी वर्ष में ये कर्मचारी अपने हक की आवाज बुलंद कर सरकार को सीधी चुनौती दे रहे ,तो सरकार इनके खिलाफ हिटलरशाह की तरह दमनात्मक कारवाई कर उन्हें बर्खास्त कर रही हैं जो बेहद निंदनीय और शर्मनाक है।