बाप हो तो सोनवानी जैसा… रिटायरमेंट से ठीक पहले बेटा -बहुओं सहित सभी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर पद पर किया सेट
बाप हो तो सोनवानी जैसा… रिटायरमेंट से ठीक पहले बेटा -बहुओं सहित सभी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर पद पर किया सेट
नाज़ है मुझे छत्तीसगढ़ के पूर्व पीएससी चेयरमैन टामन सोनवानी पर .. बाप ऐसा ही होना चाहिए जो पूरे पीएससी सिस्टम को अपने घर की विरासत समझता हो .. ये हैं माननीय टामन सोनवानी जो कुछ समय पूर्व तक छत्तीसगढ़ PSC के चेयरमैन थे ..अब रिटायर हो चुके हैं पर इनका रिटायर प्लान ऐसा है कि आप भी इन पर नाज़ करेंगे ..इन्होंने छत्तीसगढ़ में सीजी-पीएससी में गज़ब खेला कर दिया …
टामन सोनवानी 1991 में राज्य प्रशासनिक सेवा में आए और 2008 में इन्हें IAS अवार्ड मिला ..IAS में 2004 बैच मिला..और छत्तीसगढ़ में कई जिलों के कलेक्टर और राज्य में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं ..रिटायर होने से पूर्व ये CG-PSC के चेयरमैन बने और इस विवादित भर्ती लिस्ट आने के बाद पद छोड़ गए और रिटायर भी हो गए ..असल में मस्त वाला रिटायरमेंट खुद प्लान कर लेने के बाद इनकी सारी इच्छाएं लगता है पूरी हो गई होंगी ..पर अब इनकी इच्छाओं पर हाईकोर्ट ने पानी फेर दिया ..कैसे, आइए ये जानते हैं ..
कैसे, आइए ये जानते हैं ..
हुआ ये कि इन महानुभाव ने अपने चेयरमैन रहते CGPSC भर्ती परीक्षा में अपने रिश्तेदार अपने परिवार वालों समेत अपने ख़ास लोगों के परिवार वालों को डिप्टी कलेक्टर बनवा दिया ..इस लिस्ट में 18 लोगों के नाम शामिल हैं जिनमे से 5 लोगों की नियुक्ति भी हो गई है .. अब आइए जान लेते हैं कि आख़िरकार वो कौन-कौन से प्रतिभाशाली छात्र उम्मीदवार थे जिनका नाम विवादित लिस्ट में है ..और जिन्होंने CGPSC में रैंकिंग हासिल की और उनका पारिवारिक बैक ग्राउंड क्या है .. नीचे की लिस्ट पढ़िए ..
अब हुआ ये कि इस ख़बर के बाद ननकी राम पूर्व गृहमंत्री हरकत में आए और उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग में 2021- 22 में हुए चयन के भ्रष्टाचार के लिए छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका लगाई..जिसके बाद CG हाईकोर्ट चीफ़ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस एन के चंद्रवंशी के डिवीजन बेंच ने इस केस में 13 चयनित लोगों के नियुक्ति पर रोक लगा दी ..और जिन 5 लोगों की नियुक्ति हो चुकी है अभी उन पर फैसला होना बाकी है ..
मिस्टर सोनवानी जी आपने गज़ब कर दिया .. गरीब घर के लोग अपने बच्चों को बहुत मुश्किल से पाल पाते हैं ख़ास करके छत्तीसगढ़ में ..वहां कान्वेंट में पढ़ना महंगी किताबें फिर कंपटीशन की तैयारी करवाना ये सब उन लोगों से पूछना चाहिए जिन्होंने सालों साल अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए दिन रात मेहनत की होगी ..उन युवाओं से पूछना चाहिए जो काबिल हैं जो मेहनत और पढ़ाई के दम पर इन पोस्ट पर अपनी जगह बना सकते थे, जो सालों तैयारी कर रहे थे ..पर उनकी किस्मत खराब है कि वो सोनवानी जी के रिश्तेदार नहीं हैं न ही उनके परिवार के सदस्य हैं ..
ये जो 18 लोगों की लिस्ट है इन्होंने पैसा नहीं दिया होगा इस पोस्ट के लिए .. क्योंकि सब कोई तो बेटा, बेटी , बहू, भांजी – भांजा, यही सब तो हैं और ये अपने बाप को या रिश्तेदार को काहें को पैसा देंगे… ये तो उपकार और खुद का रिटायरमेंट प्लान है .. कल को ये सवाल भी तो लोग पूछेंगे ही कि इतने बड़े पोस्ट पर रह के बताओ अगर अपने परिवार के लिए नहीं किया तो क्या किया ..?
उधर, बहुत सारे लोगों ने डिप्टी कलेक्टर और अन्य पदों को पाने के लिए भरपूर पैसा खर्च किया होगा… सोचिए ऐसे लोगों की लिस्ट कितनी बड़ी होगी… पैसे से पोस्ट खरीदने वालों की लिस्ट तो बाहर आई ही नहीं अभी तक….
अब बताओ कैसे सिस्टम में गरीब का बच्चा या नार्मल परिवार का बच्चा इस तरह के सरकारी पोस्ट को पाएगा ..? उसको और उसके परिवार वालों को हमेशा ये ही लगेगा कि मेरे बच्चे में ही कमी थी जो क्लास में पहले नंबर पर आता रहा पढ़ाई में तेज था पर शायद CGPSC के लायक नहीं था ..
पर गर्व है कि हाईकोर्ट के जज ये बात को समझ गए कि ऐसा संभव नहीं है और कमेंट भी किया इस मामले में जिसकी वीडियो वायरल हुई .. देखें वीडियो…
कभी कभी सिस्टम को अपनी घर की विरासत समझने वालों को लगता है कि कोर्ट भी क्या कर लेगा पर CG के हाईकोर्ट के जजों ने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण निर्णय दिया है ..ये कार्यवाही विश्वास दिलाती है कि कोर्ट अभी भी वो जगह है जहां सुनवाई हो सकती है ..
ख़ैर आगे आने वाले दिनों में इस मामले में और क्या होता है ..ये बड़ा दिलचस्प होगा ..पर सिस्टम में इस तरह का खिलवाड़ पूरे समाज के लिए खतरनाक है ..
देखिए मीडिया में छपी कुछ खबरें-