*जैनियों को आरक्षण की जरूरत नहीं वह अपनी मेहनत से पद पायें --मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज* - fastnewsharpal.com
फास्ट न्यूज हर पल समाचार पत्र,

*जैनियों को आरक्षण की जरूरत नहीं वह अपनी मेहनत से पद पायें --मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज*

 *जैनियों को आरक्षण की जरूरत नहीं वह अपनी मेहनत से पद पायें --मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज*



अखिल भारतीय श्रावक संस्कार शिविर में शिविरार्थी ले रहे हैं संस्कार

*धर्म क्षेत्र में कभी पाप मत करना* 

आगरा

--हम अपनी मेहनत योग्यता से ईमान दारी से आगे बढ़ धर्म हमें सच्चाई और ईमानदारी से आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है सरकार से मैं हमेशा कहता कि जैनियों को कभी आरक्षण मत देना आप अपनी मेहनत से पास‌ होने वाले का सम्मान होता है या गुरु कृपा से पास होता है निन्यानबे नम्बर वाले को गुरु कृपांक से एक नम्बर नहीं मिलता और फ़ैल होने वाले को पांच नम्बर गुरु कृपांक के मिल जाते हैं और वह पास हो जाता है तो आप ही वताये श्रेष्ठ कौन है श्रेष्ठ तो वहीं है जो जो निन्यानबे नम्बर लेकर श्रेष्ठता सिद्ध करता हैं हमें आरक्षण नहीं चाहिए।






 हम अपनी मेहनत से लगन से श्रेष्ठ वनना है शान्ति पाने कठिन नहीं है वाधक कारणों को हटाना कठिन है शान्ति तो हमारा स्वभाव है उसे कहीं ढूंढने की आवश्यकता नहीं है वह तुम्हारा अंदर वैठी है उसे महसूस करें उक्त आश्य केउद्गार हरि पर्वत आगरा में विशाल अखिल भारतीय श्रावक संस्कार शिविर की धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिपुगंव श्रीसुधासागर जी महाराज ने व्यक्त किए।

*जगत कल्याण की कामना के लिए हो रही है शान्ति धारा --विजय धुर्रा*

मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि तीस वे अखिल भारतीय श्रावक संस्कार शिविर की चर्या बहुत कठिन है यहां शिविरार्थियों को प्रातः तीन पचास पर उठकर प्रभु प्रार्थना के साथ दिन प्रारंभ हो जाता है दैनिक कार्यों से निवृत्त हो पांच बजे शिविरार्थी ध्यान स्थल पर पहुंचकर परम पूज्य आध्यात्मिक संत निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के सान्निध्य में ध्यान की गहराई को आत्मसात कर रहे हैं इसके बाद जगत कल्याण की कामना के लिए महा शान्ति धारा के पात्रों का चयन प्रतिष्ठा चार्य प्रदीप भइया दारा कराया जा रहा है इसके साथ ही विनोद भ इया के संगीत मय भजनों के साथ महा पूजन प्रतिदिन हो रही है इसके साथ विशाल धर्मसभा में श्रावको को संस्कार मिल रहें हैं। 

 *इज्जत वान की कभी वेइज्जती होही नहीं सकतीं*

"मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ने कहा कि इज्जत वान की कभी वेइज्जती होही नहीं सकतीं जिसकी कोई इज्जत नहीं है वह झूठी इज्जत में शान समझता है  उसी की वेइज्जती होती हैअनंतानुबंधी कषाय में व्यक्ति अपने माता-पिता को भी धोका दे देता है यहां तक कि भगवान को भी धोका दे देता है ये वास की जड़ के समान वक्र है इनका कल्याण नहीं हो सकता दुनिया से क्षल कपट कर लेना भगवान से जिंदगी में क्षल कपट मत‌ करना। यदि आपका मन अभिषेक पूजन में मन नहीं मिल रहा तो समझ लेना कि ये उच्च कुल आपको भीख में मिला है इस कलयुग में धर्म ध्यान करने वालो को जो चाहोगे वो मिलेगा इस शिविर में रहने वाले जो मांगेंगे वह मिलेगा आप मुझे भी मांगोगे तो मैं भी मिलूंगा मैं इस तपस्या से कुछ नहीं मांगूंगा मांगने वाले भिखारी कह लाते हैं और जो मिलता है वह भेंट कहलाती है मुझे कुछ नहीं मांगना वह तो अपने आप मिलेगा।

*इस कलयुग में धर्म ध्यान करने वालो को सबकुछ मिलता है*

उन्होंने कहा कि इस कलयुग में धर्म ध्यान करने वालो को सबकुछ मिलता है अनंतानुबंधी कषाय में व्यक्ति अपने माता-पिता को भी धोका दे देता है यहां तक कि भगवान को भी धोका दे देता है ये वास की जड़ के समान वक्र है इनका कल्याण नहीं हो सकता दुनिया से क्षल कपट कर लेना भगवान से जिंदगी में क्षल कपट मत‌ करना। यदि आपका मन अभिषेक पूजन में नहीं लग रहा तो समझ लेना कि ये उच्च कुल आपको भीख में मिला है इस कलयुग में धर्म ध्यान करने वालो को जो चाहोगे वो मिलेगा इस शिविर में रहने वाले जो मांगेंगे वह मिलेगा आप मुझे भी मांगोगे तो मैं भी मिलूंगा मैं इस तपस्या से कुछ नहीं मांगूंगा मांगने वाले भिखारी कह लाते हैं और जो मिलता है वह भेंट कहलाती है मुझे कुछ नहीं मांगना वह तो अपने आप मिलेगा इस दौरान कमेटी अध्यक्ष  प्रदीप जैन PNC - अध्यक्ष नीरज जैन (जिनवाणी)- महामंत्री निर्मल कुमार जैन मोट्या-कोषाध्यश  मनोज कुमार बाकलीवाल मुख्य संयोंजक  पी० एल० बैनाडा कार्याध्यक्ष हीरालाल बैनाड़ा - स्वागतध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन - ललित जैन (डायमन्ड)अमित बाबी राजेश जैन गया बाई के जैन श्री विमल मारसंस भोलानाथ सिंघंई  जितेन्द्र कुमार जैन शिखर चंद सिघई सहित अन्य प्रमुख जन विशेष रूप से उपस्थित थे।

Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads