धरसीवा में 72 फीसदी मतदान सांकरा में कई मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हुए गायब
धरसीवा में 72 फीसदी मतदान सांकरा में कई मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हुए गायब
पूर्व राज्यसभा सदस्य ने लाइन में लगकर किया मतदान
सुरेन्द्र जैन /धरसीवा
विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में धरसीवा विधानसभा में 72 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया मतदान की गति सुबह से काफी धीमी जरूर रही लेकिन दोपहर तक मतदान केंद्रों में मतदाताओं की खासी भीड़ जुट गई वहीं सांकरा के कई मतदाताओं को एक बार फिर बैरंग ही वापस लोंटना पड़ा क्योकि वोटर लिस्ट से उनके नाम ही गायब थे।
पीठासीन अधिकारी धरसीवा श्री कुर्रे ने बताया कि धरसीवा विधानसभा में इस बार कचना व आमासिवनी में मतदाता अधिक होने से दो नए केंद्र बनाए गए थे जिन्हें मिलाकर 251 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ एक ग्घन्टे मे सुबह 9 बजे तक मात्र 6 प्रतिशत मतदान हुआ था इसके बाद धीरे धीरे मतदान की गति बढ़ी ओर दोपहर तक 36 प्रतिशत मतदान हुआ दोपहर बाद मतदाताओ की संख्या और बढ़ी शाम 5 बजे तक करीब 72 प्रतिशत मतदान हुआ क्षेत्र में इस बार 2 लाख 34 से अधिक मतदाताओ की संख्या में महिलाओं की संख्या पुरुष वर्ग की अपेक्षा अधिक थी मतदान के प्रति भी महिलाओं में अधिक उत्साह देखा गया।
*लिस्ट से नाम गायब मायूस होकर लोटे मतदाता*
इधर धरसीवा विधानसभा क्षेत्र के सांकरा में 2013 के विधानसभा चुनाव की तरह कईं मतदाताओं के नाम इस बार भी गायब थे सांकरा निबासी परमानंद बंजारे मतदान के प्रति उत्साहित थे और मतदान करने घर से निकले लेकिन वोटर लिस्ट से उनका नाम ही गायब था ठीक इसी तरह अपनी मां के साथ मतदान करने पहुची सीए की स्टूडेंट कुमारी मानसी जैन जब वोट डालने पहुची तो पता चला उनका नाम तो सूची से गायब हो चुका है पिछले चुनाव में वोट डालकर अपना प्रतिनिधि चुनने वाले ऐंसे कईं मतदाताओं के नाम 2013 के विधानसभा चुनाव की तरह गायब थे वही एक मतदाता जब वोट डालने सांकरा केंद्र में पहुचा तो पता चला उसका वोट तो पहले ही किसी ओर ने डाल दिया है ।
*पूर्व राज्यसभा सदस्य ने लाइन में लगकर किया मतदान*
पूर्व राज्यसभा सदस्य और धरसीवा से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमत्ति छाया वर्मा ने धरसीवा व तिल्दा के बीच स्थित अपने गृह ग्राम किरना में मतदान किया जब वह मतदान करने पहुची तो महिलाओं की कतार लगी थी वह भी एक आम मतदाता की तरह लाइन में सबसे पीछे लग गई और अपनी बारी आने पर अपना वोट डाला ।
*उधोगो ने नहीं दी थी छुट्टी*
धरसीवा विधानसभा का ज्यादातर हिस्सा उधोगो से भरा है सुबह होते ही अधिकांश गांवो की महिलाएं मजदूरी करने उधोगो में जाती हैं मतदान के महापर्व के दिन भी वह रोजाना की तरह उधोगो में काम पर चली गई इस कारण सुबह से मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं की संख्या काफी कम दिखी दोपहर बाद जब उधोगो से महिलाएं निकली तब वह सीधे मतदान करने पहुची ओर महिला मतदाताओं का प्रतिशत बढ़ने लगा