श्रीमद भागवत कथा के शुभारंभ पर शोभा व कलश यात्रा निकाली, भगवताचार्य पण्डित ब्रम्हदत्त युगल किशोर शास्त्री हैं कथावचक
श्रीमद भागवत कथा के शुभारंभ पर शोभा व कलश यात्रा निकाली, भगवताचार्य पण्डित ब्रम्हदत्त युगल किशोर शास्त्री हैं कथावचक
नवापारा नगर
नगर मे होने वाले आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर कलश शोभायात्रा निकाली गई। जिसमे बड़ी संख्या में शहर के श्रद्धालुओ ने हिस्सा लिया । शोभायात्रा मे सभी भक्ति मे सरोबार थे । 19 से 25 दिसंबर तक होने वाले इस कथा मे भगवताचार्य पण्डित ब्रम्हदत्त युगल किशोर शास्त्री नवापारा नगर अपनी ओजस्वी वानी से अमृतमयी कथा में कर्म और भक्ति का रसपान करायेगे। कथा प्रतिदिन 1 बजे से संध्या 5 बजे तक आयोजित होगी ।
नवापारा नगर के बगदेही पारा शांति चौक मे स्व. बोधनी साहू के वार्षिक श्राद्ध पर श्रीमती जोहनी बाई - पंचूराम साहू एवं परिवार की ओर से आयोजित श्रीमद भागवत कथा के शुभारंभ के मौके पर शोभा व कलश यात्रा निकाली गई । इस कलश व शोभा यात्रा में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा।
यात्रा मे पीले परिधानों में सजी-धजी महिलाओं तथा पुरूषों सहित नगर के श्रद्धालुओ ने भाग लिया । इसके पूर्व पोथी पूजन परायणकर्ता पण्डित सौरभ मिश्रा ने कराया इसके बाद पंचू राम साहू और उनकी धर्म पत्नी जोहनी साहू ने भागवत जी की पोथी को श्रद्धा सहित अपने सिर पर उठाया। सिर पर मंगल कलश लिए महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थी ।
मधुर धुनों पर थिरकते रहे श्रद्धालु
कलश यात्रा नवापारा नगर के गायत्री मंदिर से प्रारम्भ होकर शीतला मंदिर, कर्मा मंदिर, काली मंदिर , जागृति चौक होते हुए कथास्थल शांति चौक, बगदेही पारा पहुंची।इस दौरान पुरुष महिलाएं धुमाल पर बज रही भजनों की मधुर धुनों पर नाचते-गाते हुए चल रहे थे। यात्रा का जगह जगह आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया । जब यह कलश यात्रा कथास्थल पर पहुंची तो व्यास जी पंडित ब्रह्मदत्त शास्त्री का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। इसके पश्चात उपस्थित श्रोताओं ने कथा का रसपान किया ।
कथावाचक पंडित ब्रह्मदत्त शास्त्री ने आज कथा का शुभारंभ श्री मद्भागवत की महिमा सुनाने से किया। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत की महिमा पदम् पुराण और स्कन्द पुराण में गाई गई है । भक्ति महारानी के दुख दूर करने के लिए जो प्रयास नारद जी ने किए, उसे विस्तार से बताया ।
कथा के श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति
उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा एक ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है, इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है । भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य को वैभव और पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो सच्चे मन से भगवान को याद करता है, भगवान स्वयं प्रकट हो कर उनकी रक्षा करते हैं । भगवान श्रीकृष्ण भागवत में ही वास करते हैं। जो व्यक्ति भागवत कथा का श्रवण करते हैं, उनके पाप, ताप, संताप सब मिट जाते हैं।