पीएचई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही, केन्द्र सरकार की नलजल योजना से गांव के लोगों को किया वँचित
पीएचई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही, केन्द्र सरकार की नलजल योजना से गांव के लोगों को किया वँचित
जय लाल प्रजापति/धमतरी
..धमतरी जिले में पीएचई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिजनापुरी सहित कई अन्य गांव के लोगों को नलजल योजना का लाभ नही मिल पा रहा है....केन्द्र सरकार के हर घर नल हर घर जल वादे के ठीक उलट आज भी गांव के सैकड़ों परिवारों को पानी के लिये हैंडपंपों में जाने मजबूर होना पड़ रहा है.... घर तक पानी सप्लाई की सुविधा नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है.....बता दे कि नलजल योजना के तहत गांव-गांव में पानी की टंकियां बनाकर पाईप लाईन का विस्तार किया गया है.... इन पाईप लाईन के जरिये घरों तक पानी सप्लाई किया जायेगा....जिले कुछ ही गांव में पीएचई द्वारा निर्माण कार्य व पानी सप्लाई शुरु किया गया है... लेकिन अधिकांश गांव में नलजल योजना के संचालन की जिम्मेदारी पंचायतों को सौंपी गई है...लेकिन आज भी कई पंचायत और गांव ऐसे है जहां के रहवासियों को नलजल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है... नलजल योजना से वंचित ग्राम बिजनापुरी,बागदेही,सरसोपुरी के लोग आज भी घर तक पेयजल आपूर्ति होने का इंतजार कर रहे है....केन्द्र सरकार के जल जीवन मिशन के अंतर्गत करीब एक साल पहले पानी टंकी का निर्माण गांव में किया गया था और गांव के लगभग 400 घरों तक पाईप लाईन का विस्तार भी किया गया...तब ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें भी अन्य गांव के लोगो की तरह घर में ही पानी उपलब्ध हो सकेगा...लेकिन टंकी निर्माण व पाईप लाईन विस्तार को एक साल बीत जाने के बाद भी पानी सप्लाई प्रारंभ नहीं हो पाया है....पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों का कहना है कि पीएचई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी के चलते ही आज तक बिजनापुरी में हर घर नल हर घर जल का सपना पूरा नहीं हो पाया है...लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया पानी टंकी सफेद हाथी बनकर रह गया है....आलम ये है कि गांव की महिलाओं को आज भी काफी दूर पैदल चलकर हैंडपंप से पानी लाने मजबूर होना पड़ रहा है.....ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द पानी सप्लाई शुरु नहीं होने पर जिला कार्यालय के सामने उग्र प्रदर्शन करेंगे....जिसके जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी....इधर जिला प्रशासन का कहना है कि बोरवेल में पानी की कमी होने से अभी शुरू नहीं हुआ है...जल्द ही शासन को नए बोरवेल के स्टीमेट बना कर भेजा जायेगा।