भगवान सबके द्वारपाल है-- आचार्य पुरण शर्मा
भगवान सबके द्वारपाल है-- आचार्य पुरण शर्मा
( ग्राम दूतकैंयां (खपरी) मेंश्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा सप्ताह जारी--
राजिम
समीप ग्राम दूतकैंयां (खपरी) में सोनकरायत परिवार के संयोजन में चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण के चौथे दिन सागर मंथन एवम भगवान के वामन अवतार पर कथा कहते हुए ढोडरा निवासी आचार्य पुरण लाल शर्मा जी ने कहा कि ईश्वर अनादि अनंत है,वह तो सिर्फ भाव के भूखे है,भक्त उसे जिस रूप में याद करते है परमात्मा उसे उसी रूप प्राप्त में होता है,उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा करने के लिए भगवान नारायण ने वामन अवतार लेकर राजा बली को पताल लोक का राजा बना दिया और स्वयं उनके दवारपाल बन गया,आचार्य जी ने कथा प्रसंग पर चर्चा करते हुए कहा कि ईश्वर सबके द्वारपाल है, उसे पहचानने की जरूरत है|भागवत मंच के इस पंडाल पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु गण पहुँच रहे है और ज्ञान भक्ति वैराग्य की त्रिवेणी में गोता लगा रहे हैं| संगीतमय भागवत की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया है|परीक्षित की भूमिका में श्रीमती रुखमणी हिच्छा राम साहू,श्रीमती लक्ष्मी घनश्याम साहू,श्रीमती सीमा जगेंद्र साहू,और ईश्वरी साहू है, कार्यक्रम में व्यवस्था प्रदान करने के लिए श्रीमती दुलारी हेमलाल साहू, श्रीमती डामिन वालिक साहू, श्रीमती गायत्री मनोहर साहू,श्रेया साहू,कुमकुम साहू, तुलसी,राज,खुमान साहू,बिसम्भर साहू लगे हुए है आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से हरि राम साहू, रामावतार यादव,मदन साहू,भुनी राम साहू,दुर्गेश साहू, धनेश साहू डगेश्वर् साहू,ललित साहू,उमेश साहू, तोरण साहू,रामनाथ साहू सहित ग्रामवासी एवम आसपास के ग्रामों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु गण उपस्थित रहे,इस आयोजन में प्रतिदिन तीन प्रहर की आरती भोग एवम अनवरत भंडारा चल रहा है|