वीडियो -ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान मण्डला द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर किया गया कार्यक्रम
वीडियो -ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान मण्डला द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर किया गया कार्यक्रम
मण्डला-
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मण्डला के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर बस स्टैंड के पीछे स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र “विश्व शांति भवन” के सभागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में मण्डला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, पड़ाव वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं उत्कृष्ट विद्यालय की प्रभारी बहन कल्पना नामदेव, गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल भ्राता प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे, डेंटिस्ट बहन डॉ. साक्षी नेमा एवं ब्रह्माकुमार भाई बहनों सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभु स्मृति के गीत के साथ किया गया। ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन एवं ब्रह्माकुमारी अंजना बहन ने मंचासीन अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं दीं। बताया कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए। और उन्होंने कभी भी अपने जीवन में निराशा, हताशा को कभी भी गले नहीं लगाया। आज के युवाओ को कभी भी उदास नही होना है। औऱ कहा कि युवा अर्थात कभी न रुकने वाला।युवाओं के अंदर बहुत शक्तियां हैं उन शक्तियों को सही दिशा में, सही कार्य में लगाने के लिए परमात्म शक्तियों का समावेश होना बहुत जरूरी है, यह राजयोग के द्वारा ही शक्तियों को प्राप्त कर सकते हैं राजयोग करने से हमारे अंदर सहन शक्ति, सामना करने की शक्ति, निर्णय शक्ति आदि अष्ट शक्तियां हमारे अंदर आती हैं। कहा कि हम सभी स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए।
बहन कल्पना नामदेव ने कहा कि अपने जीवन के बहुत अल्प समय में उन्होंने देश को,समाज को,युवाओं को जो प्रेरणायें दी है उन प्रेरणाओं को युवा अगर अपने जीवन में अमल करते हैं तो सारा जीवन सफल हो जाएगा। आज हम सभी का कर्तव्य है कि युवाओं को सही मार्गदर्शन प्रदान करें। इसके साथ कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए ब्रह्माकुमारी दीदियों का धन्यवाद किया।
डॉ प्रो. शरद नारायण खरे ने स्वामी विवेकानंद जी की जयन्ती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका नाम ही उनको परिभाषित करता है। अगर जीवन में विवेक है तो ही जीवन जीने का आनन्द होगा। स्वामी विवेकानंद जी ने जैसे मानवीय मूल्यों को, चरित्र को, अनुशासन को, संस्कारों को, कर्म को, शिक्षाओं को, एक नया स्वरूप प्रदान किया वह न केवल युवाओं के लिए बल्कि समस्त भारतीयों के लिए, भारतीय संस्कृति के लिए, आध्यात्मिक के लिए गौरव का विषय है।
आज के युवाओं में आध्यात्मिक चेतना, संस्कार, अंदर से पवित्रता होनी चाहिए जिससे वे अपने दृढ़ निश्चय से समाज को उन ऊंचाइयों में ले जा सके जिसकी कल्पना स्वामी विवेकानंद जी करते थे। योग, ध्यान करने से हमारे अंदर दिव्य ज्ञान, आध्यत्मिक ज्ञान पहुँचता है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा दिये जाने वाले ज्ञान को सभी को समझकर अपने अंदर समाहित करना चाहिए।
इसके साथ ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के साथ जुड़ने से प्राप्त अनुभव को साझा किया और बताया कि मैं यहां पर सीखने के लिए आता हूँ।
डॉ. साक्षी नेमा ने कहा कि आज युवाओं को सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है, युवाओं के अंदर बहुत सी शक्तियां जिससे वह अपने देश को सशक्त बना सकते हैं। ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा सिखाया जाने वाला राजयोग मेडिटेशन के द्वारा हम अपने आप को जानकर, अपने अंदर छुपी हुई शक्तियों को जानकर अपने आप को, समाज को और देश को आगे लेकर बढ़ सकते हैं।
मण्डला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम है “इट्स आल इन दी माइंड” अर्थात सब कुछ आपके दिमाग में है। स्वामी विवेकानंद जी के जो विचार हैं जो उच्च आदर्श हैं वह युवाओं के लिए बहुत प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं। आज के युवाओं को अपनी सोच को सकारात्मक रखते हुए अपने अंदर स्व परिवर्तन लाकर ही देश को परिवर्तन करने में सहायक हो सकते हैं। दीदी ने बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्थान के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा ने छोटे-छोटे युवाओं के सहयोग से ही इस संस्था की स्थापना की, वहीं छोटे-छोटे युवाएं आज ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान में बड़े बड़े महारथी, बड़ी-बड़ी दादियां बनी, जिनके द्वारा यह संस्थान चलाया जा रहा है। आज भी ब्रह्माकुमारीज़ संस्था पर बड़ी संख्या में युवाओं के द्वारा आध्यात्मिक जीवन जीकर दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं। और दीदी ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान की भगिनी संस्था राज्योग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के युवा प्रभाग द्वारा युवाओं के लिए विभिन्न प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है जिससे उनके जीवन को चरित्रवान,संस्कारवान और ऊर्जावान बना सकें। आज ब्रह्माकुमारीज संस्थान मैं एक लाख से भी अधिक युवा ब्रह्माकुमार भाई बहने हैं जो ब्रह्मचारी, निर्व्यसनी जीवन जी रहे हैं और वह दूसरों के लिए उदाहरण स्वरूप हैं।
इसके बाद सभी मंचासीन अतिथियों को ईश्वरीय उपहार भेंट की गई। सभी इस कार्यक्रम से बहुत खुश हुए और आगे भी युवाओं के लिए ऐसे प्रेरणा स्रोत कार्यक्रमों को करने के लिए भी कहा।