युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद पर गोष्ठी का हुवा आयोजन,पढ़ी कविताएं बताया महामानव
युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद पर गोष्ठी का हुवा आयोजन,पढ़ी कविताएं बताया महामानव
आरंग
शुक्रवार को युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद जयंती पर बीआरसीसी शैक्षिक प्रशिक्षण हाल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया इस अवसर पर विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मातली नंदन वर्मा ने कहा कि स्वामी जी उत्साह की परिभाषा है एवं उनके जीवन का प्रसिद्ध वाक्य *उठो जागो और तब तक तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो* सबको दृढ़ संकल्पों के साथ आगे बढ़ने की ओर प्रेरित करता है तथा विश्व धर्म शिकागो सम्मेलन का भी उल्लेख किया, वही संकुल समन्वयक ओंकार प्रसाद वर्मा, दीपक दुबे, जितेंद्र शुक्ला,हरीश दीवान आदि ने अपने विचारो में स्वामी जी को ऐसे महापुरुष के रूप में निरूपित किया जिन्होंने भारत के गौरव गान को समूचे विश्व पटेल पर स्थापित किया वहीं शिक्षक कवि अरविंद कुमार वैष्णव ने अपनी बाल कविता *उठ जाग मुसाफिर अब जाना है* मनोज मुछावर ने *आओ महामानव की राह चले* शिक्षक महेंद्र कुमार पटेल ने *बढ़ चलो निर्द्वंद वेग* आदि से सबको प्रेरित किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी को विवेकानंद साहित्य *योद्धा सन्यासी* की किताब भेंट की गई, कार्यक्रम में सभी संकुल समन्वयक साथी प्रहलाद शर्मा, रोशन चंद्राकर, सुनील पटेल, सुरेंद्र चंद्र सेन,उगेष साहू,नरेंद्र ठाकुर, लकमेंदर बौद्ध, भरथरी वर्मा,लकेश्वर ध्रुव,कुलेश्वर साहू,नेत्रचंद जोशी, प्रफुल्ल मांझी,विजय देवांगन,अमित अग्रवाल, धनंजय साहू, वरिष्ठ ओमलाल चंद्रसेन,राकेश साहू(तहसील)स्टाफ श्रवण साहू, उषा नेताम,लोकेश साहू,मोना साहू,अरविंद पटेल आदि की उपस्थिति रही।