स्व. पत्रकार उमेश राजपूत की मनाई गई 14 वीं श्रद्धांजलि दिवस, फिर उठी हत्यारों की सजा की मांग
स्व. पत्रकार उमेश राजपूत की मनाई गई 14 वीं श्रद्धांजलि दिवस, फिर उठी हत्यारों की सजा की मांग
तेजस्वी गरियाबंद/ छुरा-
23 जनवरी को छुरा के पत्रकार उमेश राजपूत की 14 वीं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन उनके गृह ग्राम हीराबतर में सामुदायिक रंगमंच चौक पर किया गया था। जिसमें उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों एवं पत्रकारों के साथ ग्रामवासियों ने भी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
तत्पश्चात दो मिनट का मौन धारण कर आत्मशांति के लिए प्रार्थना की गई। एवं स्व. राजपूत का स्टैच्यू स्थापित करने हेतु सभी पत्रकारों एवं अतिथियों व ग्रामवासियों ने नारियल तोड़कर भूमि पुजन भी किया गया।
इस अवसर पर सभी अतिथियों एवं पत्रकारों का ग्राम वासियों ने स्वागत कर मंचासीन किये। वहीं पत्रकारों ने अपने उद्बोधन में स्व.उमेश राजपूत के हत्यारों को अभी तक सजा नहीं मिल पाना बड़ा दुर्भाग्य है कहते हुए अगर हत्यारों की गिरफ्तारी व सजा नहीं मिल पाने से आने वाले दिनों में सर्व समाज के द्वारा एक बड़ा आंदोलन करने की मंच से चेतावनी भी दी गई। वहीं छुरा प्रेस क्लब के अध्यक्ष कुलेश्वर सिन्हा ने कहा कि हत्याकांड की घटना के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही सरकार छत्तीसगढ़ में आई गई लेकिन इन घटनाओं पर दोनों ही पार्टियों की सरकार ने विशेष ध्यान नहीं दिया। इस क्रम में हम चाहे बिलासपुर के पत्रकार शुशील पाठक की बात कहें या छुरा नगर के पत्रकार उमेश राजपूत की बात करें दोनों ही घटनाओं में अभी तक हत्यारों को सजा नहीं मिल पाई। पत्रकार समाज के प्रति हो या शासन की योजनाओं को लेकर चाहे किसी व्यक्ति की समस्या को लेकर दिन हो या रात हो अपनी जान जोखिम में डालकर काम करता है और किसी घटना में अगर उनकी मृत्यु के बाद प्रशासन या सरकार व न्यायपालिका कितनी संजीदा है ओ हमारे सामने है। प्रशासन एवं सरकार को चाहिए कि ऐसी घटनाओं पर त्वरित एवं अविलंब कार्यवाही करनी चाहिए।
आज पत्रकार शुशील पाठक हो या पत्रकार उमेश राजपूत के परिजन आज तेरह साल बाद भी न्याय की आस में भटक रहे हैं और न्यायपालिका व प्रशासन के चक्कर लगाने में मजबूर हैं। क्या यही हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था है और यही हमारी न्याय व्यवस्था है यह एक गंभीर और सोचनीय विषय है कहा गया।
वहीं राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश सचिव के द्वारा सभी पत्रकारों को पेन एवं डायरी भेंट करते हुए कहा कि आप सभी निडरता से अपना कार्य करें और सत्य के लिए सर कटाना पसंद करें लेकिन सर झुकाना किसी भी कीमत पर न करें, और हम संतों का आशीर्वाद हमेशा आप सभी पर बना रहे आप सब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं कहते हुए अपना संबोधन खत्म किए।
तत्पश्चात सभी पत्रकारों ने कहा कि बहुत जल्द ही स्व.उमेश राजपूत का स्टैच्यू का काम पूरा कर उनके गृह ग्राम में लोकार्पण किया जाएगा और ऐसे हर पत्रकार साथी के कार्य के लिए हमारा पत्रकार साथी हमेशा एक साथ मिलकर कार्य करेंगे। चाहे ओ किसी संगठन से हो गांव के हो या नगर के हो हम सब एक हैं और सभी पत्रकार साथी हमारा हमारे लिए समान हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष संत उमेशानंद गिरि महराज, प्रदेश सचिव संत अंजनी नंदन शरण महराज, धमतरी जिला अध्यक्ष संत गोकुल गिरी महराज, ब्लाक कांग्रेस कमेटी छुरा अध्यक्ष बालमुकुंद मिश्रा, जिला महामंत्री सैय्यद चिराग अली,बीजेपी युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष सुजल कोठरी, बीजेपी महामंत्री शिव शंकर जायसवाल,सरपंच प्रताप सिंह नेताम,छुरा प्रेस क्लब अध्यक्ष कुलेश्वर सिन्हा, मिडिया एसोसिएशन जिला महासचिव चंद्रहास निषाद, जिला गरियाबंद पत्रकार हिमांशु संघानी,कीरीट ठक्कर,महिलांगे, मोती राम पटेल, सत्यनारायण विश्वकर्मा, मनोज कुमार गोस्वामी, पन्नु नेताम, विष्णु नेताम,छुरा नगर से पत्रकार तेजस्वी यादव, परमेश्वर यादव, अशोक दिक्षित,मेषनंदन पाण्डेय, पुरैना,विकास ध्रुव,किशन सिन्हा, परमेश्वर राजपूत, ग्राम वासियों में बेदराम नेताम, निखिल ठाकुर, सुरेश टाण्डे,टिकेचंद, कामता प्रसाद, गौकरण राजपूत, वासुदेव राजपूत,लालसिंग टाण्डे, नरसिंह निर्मलकर, भास्कर शर्मा, तुलसीराम कोटवार, ईश्वर नेताम,रुपसिंग चौहान,के साथ बड़ी संख्या ग्राम के महिला एवं पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे।