पीपला ने एएसआई को लिखा पत्र आरंग की मूर्ति को आरंग में ही रखने का किये मांग
पीपला ने एएसआई को लिखा पत्र आरंग की मूर्ति को आरंग में ही रखने का किये मांग
आरंग
पुरातत्विक नगरी आरंग के प्राचीन जैन तीर्थंकर की प्रतिमा को रायपुर कलेक्टर द्वारा जैन समाज को दिए जाने के आदेश से
नगर वासियों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। ज्ञात हो कि सितम्बर 2021 में अधियार खोप तालाब के गहरीकरण के दौरान यह कीमती जैन तीर्थंकर की सादृश्य प्रतिमा प्राप्त हुई है। जिसे नगरवासियों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित भाण्डदेवल मंदिर आरंग में सुरक्षित-संरक्षित रखा है। वहीं कलेक्टर नरेंद्र भूरे ने किसी संस्था के मांग पर अन्यत्र देने का आदेश जारी कर दिए हैं।
जिस पर नगर के सामाजिक संगठन पीपला वेलफेयर फाउंडेशन सहित नगर वासियों ने आरंग एसडीएम को पत्र लिखकर आपत्ति भी दर्ज कराएं हैं।साथ ही गत दिवस नगर पालिका में आयोजित सर्व समाज के बैठक में विधायक गुरु खुशवंत साहेब को भी मौखिक रूप से मूर्ति को आरंग में ही रखें जाने तथा नगर में संग्रहालय बनाने की मांग किये है।
वहीं शुक्रवार को अधीक्षण पुरातत्व विद,भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रायपुर मंडल न्यू राजेंद्र नगर रायपुर को
इस संबंध में पत्र लिखकर पुनः निवेदन करते हुए नगर के प्राचीन पुरातात्विक धरोहर को निजी संस्थानों में हस्तांतरित करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने तथा आरंग के प्राचीन गौरव की रक्षा करने की आग्रह करते हुए मांग किए हैं।