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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध मे एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध मे एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न



मास्टर ट्रेनर सी पी  सिकरवाल ने प्राध्यापको को N E P 2020 की  दी जानकारी



छुरा के निजी कचना धुरुवा महाविद्यालय  मे हुआ आयोजन 


तेजस्वी यदु/छुरा

नगर स्थित निजी कचना धुरुवा महाविद्यालय मे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध मे महाविद्यालय के प्राध्यापको एवं कार्यालयीण स्टाप की जानकारी हेतू एक दिवसीय संवेदनिकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।उक्त कार्यशाला का आयोजन  शैक्षणिक सत्र 2024 - 25 से विश्वविद्यालय / समस्त महाविद्यालयो मे  लागू किये जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020के संबंध मे आवश्यक दिशा निर्देश प्रसारित किये जाने हेतू समस्त शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को अवगत कराने के लिए महाविद्यालय मे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020क्रियान्वयन प्रकोष्ठ गठित कर जानकारी देना है ।महाविद्यालय मे मास्टर ट्रेनर डा सी.पी.सिकरवाल ने बताया कि   NEP 2020 के तहत सभी स्वशासी महाविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया संबंधित विश्वविद्यालय के पोर्टल से ही की जायेगी।2024 -25 मे स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में प्रथम सेमेस्टर मे प्रवेश लेनेवाले विद्यार्थियो के लिए जैसे बीए,बीएससी,बीएससी(गृह विज्ञान ),बी.कॉम,बीसीए एवं बीबीए के पाठ्यक्रमों (प्रोग्राम)के लिए ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020लागू होगी।उन्होने बताया कि स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर मे एबिलिटी एन्हास्मेंट कोर्स(AEC) का संचालन किया जायेगा।कहा की इस पाठ्यक्रम अवधी मे प्रवेश "बहु-प्रवेश बहु निकाश" प्रावधान के अन्तर्गत विद्यार्थी प्रथम वर्ष पुर्ण कर किसी कारण वश पढ़ाई छोड देता है तो उसे उसी संकाय के अन्तर्गत सर्टीफिकेट , व दो वर्ष पुर्णकर छोड़ने पर डिप्लोमा की उपाधी दी जायेगी।वही तृतीय वर्ष पुर्ण करने पर स्नातक की उपाधी प्राप्त कर पाठ्यक्रम को छोड सकता है।जिन विद्यार्थियो को किसी विषय विशेष मे शोध करने की इच्छा हो तो वे पाठ्यक्रम को निरंतर चौथे वर्ष मे जारी रख सकते हैं । मास्टर ट्रेनर सिकलवाल ने आगे बताया की इस नीति के अन्तर्गत बहु विषयक शिक्षा,वैचारिक समझ एवं आलोचनात्मक सोच ,नैतिक मूल्यों के साथ कौशल विकास को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है ।आगे बताया कि सतत आन्तरिक मूल्यांकन मे 30 प्रतिशत अंक एवं अन्त सेमेस्टर परीक्षा मे 70 प्रतिशत अंको का प्रावधान रखा गया है ।जिसमे विद्यार्थियो को उत्तीर्ण होने के लिए इन दोनो को मिलाकर कुल 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होगी ।वही जेनेरिक-इलेक्टीव के अन्तर्गत कला,विज्ञान,वाणिज्य संकाय का विद्यार्थी अपने संकाय के अतिरिक्त अन्य संकाय के किसी एक विषय को अपनी इच्छानुसार ले सकता है।विद्यार्थियो को पढ़ाई के दौरान आसाइमेंट सहित अन्य आन्तरिक जिम्मेदारियो को पुर्ण करना होगा।कार्यशाला मे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ डी के साहू, डा. लाल जी साहू, प्राध्यापक तरूण निर्मलकर,तेजस्वी यादव, श्रीमती निर्मला यादव, के आर साहू,पवन कुमार यादव,आर आर कुर्रे,विनोद कुमार यादव,टेमन साहू,सहित कर्यालयीन स्टॉप उपस्थित रहे ।वही महाविद्यालय स्तर पर "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन प्रकोष्ठ "बनाया गया है,जिसमे प्राचार्य डॉ डी के साहू,संयोजक ,प्राध्यापक तरूण निर्मलकर एवं आर आर कुर्रे को प्रकोष्ठ का सदस्य नामित किये गये,जिनके से विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार नियमो का पालन करते हुए महाविद्यालय स्तर पर   राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020का का संयोजन किया जायेगा।

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