अंचल में आज तिजिहारिन बहन-दीदीयों के द्वारा विभिन्न प्रकार के बनाई जा रहे है, छत्तीसगढ़िया रोटी
अंचल में आज तिजिहारिन बहन-दीदीयों के द्वारा विभिन्न प्रकार के बनाई जा रहे है, छत्तीसगढ़िया रोटी
नवापारा राजिम -
छत्तीसगढ़ की महिलाओं का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार तीजा आज है जिसे यहां की दीदी बहन,फुफू,बेटी व माई के द्वारा अपने मायका घर में आकर आज के दिन निर्जला उपवास रखकर अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं । इसके पूर्व दिन यानि कि बीते हुए कल करेला की सब्जी का सेवन करती हैं जिसे करूभात खाना कहा जाता है।
उपवास के दूसरे दिन यानिकि आने वाला कल को सुबह सिंघाड़ा,तिखुर,मडिया एवं सूजी का कतरा का सेवन करके व्रत को तोड़ती हैं। इस अवसर पर ठेठरी,खुरमी,नमकीन,अइरसा,गांठिया,कुसली-भूजिया,पपची,बिडिया आदि पकवान पहले दिन ही बनाए जाते हैं। बड़ा,सुंहारी,मिर्ची भजिया,आलूगूंडा उसी दिन बनाते हैं। अंचल में आज तिजिहारिन बहन-दीदीयों के द्वारा विभिन्न प्रकार के छत्तीसगढ़िया रोटी बनाई जा रही है।