दिगंबर जैन समाज के दशलक्षण पर्व आज से शुरू हो गए
दिगंबर जैन समाज के दशलक्षण पर्व आज से शुरू हो गए
सुरेंद्र जैन/धरसीवा
दिगंबर जैन समाज के दशलक्षण पर्व आज से शुरू हो गए हैं...दस धर्मों पर आधारित दशलक्ष्न पर्व के प्रथम दिवस जैन समाज के लोगो ने मंदिरों में सुबह से उत्तम क्षमा धर्म की आराधना की विशेष पूजा अर्चना श्रीजी का अभिषेक किया...मंदिर जी में पूजन करते हुए समाज के लोगो ने यह सबक लिया की उत्तम क्षमा धर्म को जो मन वचन काय से जीवन में धारण कर लेता है संसार में कोई भी प्राणी उसका दुश्मन नहीं रहता बल्कि सभी उससे मैत्री भाव रखते हैं सबसे क्षमा सबको क्षमा यही उत्तम क्षमा धर्म है ....इसी तरह उत्तम क्षमा के बाद उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम आकिंचन्य, उत्तम ब्रह्मचर्य यही दश धर्म हैं जिनकी आराधना आगामी दस दिनों तक जैन समाज के लोग करेंगे और व्रत व निर्जला उपवास करेंगे।
दसलक्षण पर्व, जैन धर्म का एक पर्व है जिसे साल में तीन बार मनाया जाता है. यह पर्व मुख्य रूप से भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से चतुर्दशी तक मनाया जाता है. इस पर्व के दौरान दस धर्मों को धारण करने की प्रथा है. यह पर्व जीवन में नया बदलाव लाने का पर्व है.