अभिभावकों ने रायपुर NH में किया चक्का जाम,चुनाव का करेंगे बहिष्कार* *एक महीने से आंदोलनरत हैं शिक्षक, शासन-प्रशासन ने नहीं ली सुध* - fastnewsharpal.com
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अभिभावकों ने रायपुर NH में किया चक्का जाम,चुनाव का करेंगे बहिष्कार* *एक महीने से आंदोलनरत हैं शिक्षक, शासन-प्रशासन ने नहीं ली सुध*

*सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर अभिभावकों ने रायपुर NH में किया चक्का जाम,चुनाव का करेंगे बहिष्कार*



*एक महीने से आंदोलनरत हैं शिक्षक, शासन-प्रशासन ने नहीं ली सुध*


रायपुर

 सेवा सुरक्षा और समायोजन की मांग को लेकर पिछले एक माह से धरना प्रदर्शन कर रहे B.Ed सहायक शिक्षकों के अभिभावकों ने आज रायपुर में शांतिपूर्ण अनुनय यात्रा का प्रयास किया। सभी शिक्षक अपने अभिभावकों के साथ तेलीबांधा थाना से चलकर घड़ी चौक में अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने जा रहे थे,उनका उद्देश्य सरकार और प्रशासन तक अपनी व्यथा पहुंचाना था। लेकिन यात्रा के दौरान बीच में ही पुलिस ने इन्हें रोक लिया।  


इस यात्रा के लिए पहले ही सूचना दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस बल ने भारी संख्या में तैनाती करते हुए और बेरिकेट्स लगाकर मरीन ड्राइव, तेलीबांधा में उन्हें रोक दिया।


इस अवरोध से निराश अभिभावकों ने अपनी मांगों को लेकर नेशनल हाईवे पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान हाईवे पर करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। यह स्थिति अभिभावकों के आक्रोश और अपनी मांगों को लेकर उनकी गहरी चिंता को दर्शाती है।


गौरतलब है कि B.Ed सहायक शिक्षक पिछले एक महीने से रायपुर के धरना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने शासन और प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए कई शांतिपूर्ण प्रयास किए हैं, लेकिन अब तक उनसे किसी भी सरकारी प्रतिनिधि ने मुलाकात नहीं की। इस उदासीनता से शिक्षक और उनके परिजन गहरे आहत हैं।


अभिभावकों का कहना है कि वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। सहायक शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और समायोजन के अभाव में न केवल शिक्षकों का भविष्य खतरे में है, बल्कि इससे उनकी संतानें और पूरा परिवार भी प्रभावित हो रहा है।


हम मांग करते हैं कि शासन तत्काल इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान ले और समाधान के लिए ठोस कदम उठाए।


बीएड सहायक शिक्षकों के अभिभावकों का आह्वान:

"हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हमारी अनदेखी किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं। यदि हमारी मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है। साथ ही हम सपरिवार आगामी चुनावों का बहिष्कार भी करेंगे"

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