श्री राजिम कुंभ पर्व छत्तीसगढ़ की लोक आस्था का पर्व -- पण्डित ब्रह्मदत्त शास्त्री
श्री राजिम कुंभ पर्व छत्तीसगढ़ की लोक आस्था का पर्व -- पण्डित ब्रह्मदत्त शास्त्री
नवापारा-राजिम ,
कल माघ पूर्णिमा है, शास्त्रों में इस मास और इस तिथि की बड़ी विशेषता बताई गई है, पण्डित ब्रह्मदत्त शास्त्री कहते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के मत से जब मकर राशि में सूर्य आते हैं तो इस विशेष योग में सारे तीर्थ स्थान तीर्थराज प्रयाग पहुंच जाते हैं स्नान करते हैं और साधु संतों के दर्शन करके स्वयं को धन्य करते हैं, हमारे देश के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ का मेला चल रहा है , इस मेले में देश के कोने कोने से साधु, संत,महंत, मठाधीश, विभिन्न अखाड़े और नागा साधु आए हुए हैं और अपने मंत्र जप, यज्ञ यागआ दी अनुष्ठान में लगे हुए हैं, अब तक वहां देश के लगभग 45 करोड़ लोग जाकर संगम नोज में स्नान कर डुबकी लगा चुके हैं, हमारे छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में लब्धप्रतिष्ठित राजिम में भी सदियों से लख्खी मेला लगता आया है और अब यह राजिम कुंभ कल्प के रूप में देश और दुनिया में ख्याति प्राप्त कर चुका है,
छत्तीसगढ़ का यह प्रमुख मेला आयोजन है, जिसमें शासन प्रशासन की सक्रिय सहभागिता रहती है, तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की बेतहाशा भीड़ को देखते हुए इस बार यह आयोजन राजिम से सटे चौबे बांधा के क्षेत्र में 54 एकड़ में लगाया जा रहा है, 20 वषों के बाद यह बदलाव देखने को मिल रहा है, शास्त्री जी ने बताया कि यह भगवान हरिहर का क्षेत्र है, यहां माघ पूर्णमासी से महाशिवरात्रि तक विशिष्ट धार्मिक अनुष्ठान होते है, देश के कोने कोने से साधु संत भी आते है है स्थानीय लोक कलाओं के प्रदर्शन के साथ राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की भी प्रस्तुतियां होती है, पिछली बार रामोत्सव की थीम पर आयोजन हुआ था, इस बार पंचकोसी धाम की थीम पर समग्र आयोजन हो रहा है, जैसा कि सर्व विदित है कि यह क्षेत्र शैव परम्परा के अनुयाइयों का है, अधिपति आदिदेव कुलेश्वर महादेव के पांच कोस की परिधि में क्रमशः पटेश्वर, चम्पेश्वर, फणीकेश्वर, ब्रह्मणेश्वर और कर्पूरेश्वर महादेव बिराजे हुए हैं, जिनकी परिक्रमा की जाती है, आज माघ पूर्णिमा को ब्रह्म मुहूर्त में ही भगवान श्री राजीवलोचन का स्नान अभिषेक होने के बाद मंगला आरती में महाप्रभु के बाल स्वरूप के लोग दर्शन करेंगे, इससे पूर्व महानदी के त्रिवेणी संगम में लग स्नान करेंगे और कुलेश्वर महादेव का भी दर्शन पूजन करेंगे,
वही क्षेत्रीय लोगो का कहना हैं कि नगर के नेहरू गार्डन नवापारा की तरफ से जो मार्ग बनाया गया है, उसकी आज तक साफ सफाई नहीं हुई है, गंदगी बिखरी पड़ी है, शासन प्रशासन का ध्यान जनप्रतिनिधियों द्वारा भी दिलाया गया किंतु अभी तक यह नहीं हुआ है, इसलिए लोगों में आक्रोश भी है, इसलिए इस कार्य को प्राथमिकता से किया जाय,