रेवा गांव, अरंग में एनसीसी कैडेट्स द्वारा स्वच्छ भारत अभियान का आयोजन
रेवा गांव, अरंग में एनसीसी कैडेट्स द्वारा स्वच्छ भारत अभियान का आयोजन
रायपुर,
एनसीसी ग्रुप मुख्यालय रायपुर, एमपी एवं सीजी निदेशालय के तत्वावधान में 27 छत्तीसगढ़ बटालियन एनसीसी (रायपुर रॉयल्स) के कैडेट्स ने अरंग जिले के रेवा गांव में स्वच्छ भारत अभियान का आयोजन किया। इस सामाजिक सेवा एवं सामुदायिक विकास गतिविधि में जिले के विभिन्न कॉलेजों के लगभग 120 एनसीसी कैडेट्स (छात्र एवं छात्राओं) ने भाग लिया।
कैडेट्स ने ग्रामीणों के साथ मिलकर लगभग 2.5 घंटे श्रमदान किया और गांव के सार्वजनिक स्थलों एवं चंडीमाता मंदिर परिसर की सफाई की। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए, कैडेट्स ने गांव में नुक्कड़ नाटक एवं एक स्किट (लघु नाटिका) का मंचन किया। इस नाटक के माध्यम से उन्होंने स्वच्छता, कचरा निस्तारण के सही तरीकों और सिंगल-यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। ग्रामीणों ने इस नाटक को बड़ी उत्सुकता से देखा, और इसके प्रभावशाली संदेश को सराहा।
कर्नल सौरभ कुमार, कमांडिंग ऑफिसर, 27 सीजी बटालियन एनसीसी (रायपुर रॉयल्स) ने गांवों में स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, "एनसीसी कैडेट्स हमेशा समाज के लिए प्रेरणा रहे हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान जैसे केंद्रीय योजनाओं को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हैं। 'रायपुर रॉयल्स' ऐसे सामाजिक सेवा अभियानों में अग्रणी बने रहेंगे।"
लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप नायर, प्रशासनिक अधिकारी, 27 सीजी बटालियन एनसीसी रायपुर, ने गांवों में बढ़ते प्लास्टिक उपयोग और इसके अनुचित निपटान पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमारी दैनिक जीवनशैली में प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग चिंताजनक है, और एनसीसी कैडेट्स इस खतरे को विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों के माध्यम से उजागर करना जारी रखेंगे।"
गांव के चंडीमाता मंदिर के मुख्य पुजारी श्री भोला दुबे एवं ग्राम सरपंच श्री घसिया राम साहू ने कैडेट्स के इस श्रमदान की सराहना की और आश्वासन दिया कि भविष्य में गांव में कचरा एवं गंदगी जमा न होने देने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
यह अभियान स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने में एनसीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।