नशा मुक्ति केन्द्र मे ब्रह्माकुमारी ने दिये नशा से मुक्ति के लिए आध्यात्मिक ज्ञान
नशा मुक्ति केन्द्र मे ब्रह्माकुमारी ने दिये नशा से मुक्ति के लिए आध्यात्मिक ज्ञान
गरियाबंद
नशा शान नहीं बल्कि अपने संस्कारो का बिगाड़ करने का तरीका हैं, गरियाबंद के नशा. मुक्ति केन्द्र मे नगर मे संचालित ब्रह्माकुमारीज़ की संचालिका ब्रह्माकुमारी बिन्दु बहन द्वारा नशा से मुक्ति के लिए निःशुल्क तरिके बताये साथ ही आध्यात्मिक तरिके बताये औऱ कहा कि जो अपनी शान मे रहेगा वह नहीं करेगा नशा नाश करता हैं अपने संस्कारो का, असूल मे अपनी ओरिजनल शान को भूलने के कारण ही नशा का सहारा लेता हैं औऱ ज़ब अपनी खुद कि पहचान जानेगा किहमारे पूर्वज अर्थात देवता थे औऱ कहा की नर एसी करनी करे तो नारायण बने औऱ नारी एसी करनी करो जो लक्ष्मी बने अर्थात अपने गुणों को जानने से सहज ही नशा से मुक्ति मिल जायेगा।
हमे अपने को श्रेठ बनाने के लिए एक लक्ष्य रखे की हमें देवताई गुण धारण करे, पर अपने को निसाहय व अकेला समझने से साथ ही जीवन को लक्ष्य विहीन समझने से नशा का सहारा लेते हैं पर नशा से मनुष्य अपने को तनिक मात्र दुख भूलने का सहारा लेकर पुरे जीवन भर परिवार, मित्र सम्बन्धी से कोसो दूर चले जाते हैं जो सभी के साथ नशा मे रहते गलत व अभद्र व्यवहार के कारण जीवन मे निरसता का अनुभव करते हैं. लक्ष्य विहीन न बने अपने जीवन परिवार को सम्भल देने के लिए मुखिया समझे साथ ही नगर मे संचालित ब्रह्माकुमारी संस्था मे आने का सभी निमंत्रण दिया जो अपने निज स्वरूप की पहचान हो औऱ जीवन मे जीने का एक लक्ष्य रख जिएं, तभी जीवन मे ख़ुशी जागृत रहेगा.
उक्त अवसर पर संस्था के मुख्यालय माउन्ट आबू से आये बीके कमलेश भाई, जितेन्द्र भाई, द्वारिका भाई व नशा मुक्ति केन्द्र के कर्मचारी अधिकारियो की उपस्थिति रहे।