उल्लास केंद्रों में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
उल्लास केंद्रों में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
अभनपुर/रायपुर
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस यह दिन महिलाओं के अधिकारों, समानता और उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए समर्पित है। इसकी शुरुआत 1909 में अमेरिका से हुई थी, लेकिन 1917 में रूस में महिलाओं के विरोध प्रदर्शनों के बाद इसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का महत्व और उद्देश्य महिला अधिकारों की सुरक्षा, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना,महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को पहचान देना इस देश में रैलियां, सेमिनार और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं ,महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मानित किया जाता है इसी कड़ी में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसी महियाएँ जो असाक्षर है और साक्षर बनने ले लिए उल्लास केंद्र में नियमित अध्यन कार्य कर रहे है उनके स्वय सेवी शिक्षकों के द्वारा उन्हें सम्मानित करते हुए अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया । अभनपुर साक्षरता मिशन प्राधिकरण अंतर्गत ग्राम केंद्री ,पटेवा सहित अनेक गाँव में स्वयसेवी शिक्षकों ने शिक्षार्थियों के साथ अंतराष्ट्रीय महिला पूरे उल्लास के साथ में मनाया इक्त अवसर पर केंद्री में शिक्षार्थी मीना साहू राजकुमारी सिंह अहिल्या बंजारे शतरूपा साहू केसरी साहू और मनबोधी साहू सम्मिलित है जिसकी स्वयं सेवी शिक्षक सुनीता यादव उसी प्रकार उल्लास केंद्र पटेवा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस में शिक्षार्थी उषा ध्रुव, रनिया ध्रुव,मीना पाल ,उर्मिला साहू ,व कांति साहू को स्वयं सेवी शिक्षक सोनिया साहू ,टामिनी साहू ,व,संध्या तारक द्वारा मिठाई खिलाकर सम्मानित किया व उन्हे उनकी अधिकारों और शक्तियों के बारे में जानकारी दी गई उक्त जानकारी हेमन्त कुमार साहू नोडल अभनपुर ने दिया ।