गरियाबंद में सप्तशक्ति संगम सम्पन्न, मातृशक्ति जागरण को मिला नया आयाम
गरियाबंद में सप्तशक्ति संगम सम्पन्न, मातृशक्ति जागरण को मिला नया आयाम
नारी की सात शक्तियों, कुटुंब प्रबोधन और समाज परिवर्तन पर गूँजा सशक्त संदेश
120 से अधिक माताओं की उपस्थिति में महिला नेतृत्व, संस्कार और राष्ट्र निर्माण का संकल्प
गरियाबंद
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के तत्वाधान में समृद्ध भारत, राष्ट्र निर्माण और समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में मातृशक्ति के सामर्थ्य और नेतृत्व को सशक्त करने हेतु सप्तशक्ति संगम का भव्य आयोजन रविवार 16 नवंबर 2025 को सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरियाबंद में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रेणु शर्मा (व्याख्याता), अध्यक्षता वर्षा तिवारी, विशेष अतिथि सरिता जैन (शिक्षिका) तथा मुख्य वक्ता ताकेश्वरी साहू और सुनीता साहू (सामाजिक कार्यकर्ता) सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। विद्यालय प्राचार्य चैन सिंह बघेल, प्रधानाचार्य योगेश कुमार साहू, विभाग समन्वयक मानिक लाल साहू तथा संकुल समन्वयक मनोज चंद्राकर भी कार्यक्रम में शामिल हुए। संचालन l मनीषा गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम में 120 से अधिक माताएं/दीदी उपस्थित रहीं, जिनका तिलक-वंदन कर स्वागत किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मातृशक्ति जागरण हेतु यह कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं माँ भारती के छायाचित्र पर पूजन-अर्चन तथा मातृ-वंदना के साथ हुआ।
सात शक्तियों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण का संदेश
मुख्य वक्ता ताकेश्वरी तनु साहू ने कहा कि समाज में पाँच बड़े परिवर्तन—कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्व का बोध और नागरिक कर्तव्य—के माध्यम से ही राष्ट्र वैभव के शिखर पर पहुँच सकता है।
उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 10, श्लोक 34 का उल्लेख करते हुए बताया कि स्त्रियों में कीर्ति, श्री, वाक्, स्मृति, मेधा, धृति और क्षमा को सात शक्तियों के रूप में बताया गया है, जिनके माध्यम से मातृशक्ति संपूर्ण मानव जाति के कल्याण में समर्थ है।
कार्यक्रम में संयुक्त परिवार के महत्व पर जोर देते हुए माताओं को परिवार को जोड़कर रखने, एक साथ भोजन करने एवं वृक्षारोपण जैसे पर्यावरणीय कर्तव्यों का पालन करने हेतु प्रेरित किया गया। संयुक्त परिवार के सदस्यों को सम्मानित भी किया गया।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
सुनीता साहू ने भारत के विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में परिवर्तन तभी संभव है जब सभी महिलाएं एकजुट होकर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति के सशक्त होने से ही भारत विश्वगुरु के रूप में स्थापित होगा।
अध्यक्षीय उद्बोधन वर्षा तिवारी ने दिया, जिन्होंने माताओं को आत्मविश्वास, नेतृत्व और सामाजिक सहभागिता के लिए प्रेरित किया।
उपस्थित माताओं के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया तथा विद्यालय की छात्राओं ने प्रेरणादायी वीरांगनाओं के रूप-स्वरूप का प्रस्तुतीकरण कर सभी को प्रभावित किया।
कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न
अंत में रूपा साहू ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त आचार्यों, दीदी एवं समिति पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा।






