मिशन 'उत्कर्ष' की सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्राचार्यों को बीईओ ने दिए निर्देश समझ के साथ पढ़ाना एवं रिविजन ही सफलता के सूत्र_बीईओ शर्मा
मिशन 'उत्कर्ष' की सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्राचार्यों को बीईओ ने दिए निर्देश
समझ के साथ पढ़ाना एवं रिविजन ही सफलता के सूत्र_बीईओ शर्मा
मिशन उत्कर्ष सिर्फ कागजी कारवाही नहीं_बीईओ शर्मा
आरंग
विकासखंड शिक्षा अधिकारी आरंग ने मिशन उत्कर्ष के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर सभी विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में डीईओ हिमांशु भारतीय ने वर्चुअली रूप जुड़कर निर्देश दिए वही बीईओ दिनेश शर्मा ने योजना के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए और स्पष्ट किया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।उन्होंने कहा
मिशन उत्कर्ष का उद्देश्य निर्धारित शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों को धरातल पर उतारते हुवे बोर्ड परीक्षाओं में शत प्रतिशत रिजल्ट लाना है
शैक्षणिक गुणवत्ता एवं मासिक,त्रैमासिक परीक्षा परिणाम पर समीक्षा फोकस करते हुवे बेहतर परिणाम लाने कार्ययोजना को क्रियान्वित करने प्राचार्यों को निर्देश दिए गए कि वे विद्यार्थियों की उपस्थिति, रटवाना छोड़ समझ के साथ पढ़ाना और शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें।उन्होंने 10 वी ,12 वी बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट के लिए नियमित कक्षाओं का संचालन एवं सतत रिविजन ,नियमित टेस्ट,कापी चेक,एवं परीक्षा को ध्यान में रख पूर्व टेस्ट पेपरों का अभ्यास,ब्लू प्रिंट का ज्ञान सुनिश्चित करने पर जोर दिया, और कहा सीखने के स्तर में सुधार के लिए विशेष अतिरिक्त प्रयास किए जाएं।
प्राचार्यों को शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया।उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला कलेक्टर रायपुर डॉ गौरव कुमार सिंह के अनुसार मिशन
उत्कर्ष का उद्देश्य सिर्फ कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि परिवर्तनकारी बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि "सभी प्राचार्य यह सुनिश्चित करें कि दिए गए निर्देशों का पालन समय सीमा के भीतर हो तथा बेहतर परीक्षा परिणाम लाने अधीनस्थ शिक्षकों को प्रेरित करने का आह्वान किया, ताकि समग्र शिक्षा प्रणाली को मजबूत किया जा सके तथा मध्यान भोजन में एलपीजी संधारण एवं किचन गार्डन रखरखाव पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी लाखेश्वर रात्रे,प्राचार्य गण श्रीराम बंडारू,राज्यश्री गुप्ता,प्रशांत मिश्रा,जे आर आल्हा,अनुभूति कुमारी,सुनीता वर्मा,स्मिता करदले,अर्जुन कन्नौजे,वीरेंद्र टंडन,सुरेंद्र कुमार यादव,प्रेमशिला एक्का,नितेश पांडे,लायक सिंह डहरिया,गणेश राम मिरी,आर जे भारद्वाज,ईश्वर लाल ठाकुर आदि की उपस्थिति रही।

