गरियाबंद में बड़ी कार्रवाई! सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की कीमत—चार संकुल समन्वयक पद से तत्काल बर्खास्त
गरियाबंद में बड़ी कार्रवाई! सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की कीमत—चार संकुल समन्वयक पद से तत्काल बर्खास्त
कलेक्टर उइके की कड़ी चेतावनी—“शासन के खिलाफ टिप्पणी की तो होगी सख्त कार्रवाई”
गरियाबंद,
जिले के शिक्षा तंत्र में आज एक बड़ा भूचाल आया है। सोशल मीडिया पर अनुचित और अमर्यादित टिप्पणियों की कीमत चार संकुल समन्वयकों को भारी पड़ी—जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से चारों को पद से कार्यमुक्त कर दिया। यह कदम बताता है कि अब शासन के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई किसी भी टिप्पणी पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू होगी।
⸻
एक मैसेज… और फँस गया पूरा मामला
छुरा विकासखंड के एक शैक्षिक सोशल मीडिया समूह में शासन व प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पोस्ट की गई। मामला ऊपर पहुंचते ही जिला मिशन समन्वयक श्री शिवेश शुक्ला ने तुरंत जांच बैठाई।
जांच में आरोप सही पाए गए—इतना ही नहीं, ग्रुप एडमिन को भी जिम्मेदार मानते हुए समन्वयकों के साथ पद से मुक्त किया गया।
⸻
कलेक्टर की कड़क चेतावनी—“सोशल मीडिया पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं”
जैसे ही मामला कलेक्टर श्री बीएस उइके के संज्ञान में आया, उन्होंने पूरे जिले के कर्मचारियों को साफ संदेश दिया—
“शासन और प्रशासन के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई किसी भी अभद्र टिप्पणी पर कठोरतम कार्रवाई होगी।”
उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को चेताते हुए कहा कि सेवा-आचरण नियमों का उल्लंघन किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।
कलेक्टर ने सभी को समय सीमा, अनुशासन और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
⸻
शिक्षा विभाग में खलबली—अब आएंगे नए और जिम्मेदार चेहरे
चार संकुल समन्वयकों को हटाए जाने के बाद शिक्षा विभाग में नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जिला मिशन समन्वयक श्री शुक्ला ने सभी संकुल प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि वे दो दिनों के भीतर योग्य, सक्रिय और ऊर्जावान शिक्षक/शिक्षिकाओं के नाम प्रस्तावित करें।
⸻
स्पष्ट संदेश—सरकारी नौकरी और सोशल मीडिया का गैर-जिम्मेदाराना इस्तेमाल अब नहीं चलेगा
इस कार्रवाई ने पूरे जिले में एक मजबूत संदेश पहुंचाया है—
सरकारी पद और सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल, दोनों साथ नहीं चल सकते।
अनुशासनहीनता पर प्रशासन अब एक्शन मोड में है और आने वाले दिनों में और भी सख्ती देखने को मिल सकती है।


