*सीड बाल जैसे प्रयास समाज में नई पर्यावरण संस्कृति गढ़ते हैं - एसडीएम*
*सीड बाल जैसे प्रयास समाज में नई पर्यावरण संस्कृति गढ़ते हैं - एसडीएम*
सीड बाल वितरण अभियान में छात्रों ने प्रशासनिक अधिकारियों को भेंट किए सीड बॉल।
राजिम
'एक लाख सीड बाल महाअभियान' के अंतर्गत शासकीय रामबिशाल पांडे उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, राजिम के छात्र-छात्राओं द्वारा अभियान के तहत अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) विशाल महाराणा, डिप्टी कलेक्टर अंजलि खलको तथा तहसीलदार मयंक अग्रवाल को पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ सीड बाल भेंट किए गए। इस अवसर पर अधिकारियों ने बच्चों से सीड बॉल से संबंधित जानकारियों पर चर्चा की। एसडीएम द्वारा पुछे जाने पर छात्रा लक्ष्मी वर्मा और मोहिनी साहू ने बताया कि सीड बॉल अभियान के पीछे मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक रूप से कम लागत में पर्यावरण संरक्षण को आसान बनाना है। याचना, भारती, खुशी साहू ने अधिकारियों को बताया कि सीड बाल मिट्टी, गोबर एवं चुने हुए बीजों से तैयार किए जाते हैं, जिन्हें खुले क्षेत्रों में डालने पर वर्षा के संपर्क में आने से प्राकृतिक रूप से अंकुरण होने लगता है और समय के साथ पौधे विकसित होते हैं। एसडीएम ने संयोजक शिक्षकों और छात्रों की सराहना करते हुए कहा बच्चों द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है। ऐसी पहलें समाज में हरियाली और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करती हैं। डिप्टी कलेक्टर अंजलि खलको ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ विद्यार्थियों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना बढ़ाती हैं और भविष्य के नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करती हैं।
तहसीलदार मयंक अग्रवाल ने इसे सरल, प्रभावी और प्रेरक पहल कहा। बच्चों का उत्साह देखकर प्रसन्नता हुई। यह अभियान निश्चित रूप से हरियाली बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा।। मोनिका साहू, मयंक पटेल, अन्नय,विवेक, खिलेश्वर, कीर्ति, जान्हवी, रिषभ सेन ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सीड बाल के पैकेट भेंट किए। अभियान के संयोजक ईको क्लब डीआरजी सागर शर्मा एवं मिशन लाइफ इको क्लब प्रभारी समीक्षा गायकवाड़ ने बताया कि इस वितरण अभियान का उद्देश्य छात्रों को पर्यावरणित गतिविधियों से जोड़कर समाज में हरियाली बढ़ाने की दिशा में योगदान देना है। इस अवसर पर उपस्थित विद्यालय के प्राचार्य संजय एक्का, व्याख्याता गिरवर यादव परसदा, भोला मांड्रे भसेरा, सेजेस व्याख्याता साक्षी जपे, प्रणीति चंद्राकर, कैलाश साहू, नारायण लाल साहू,जितेन्द्र साहू, नीता यादव, सरिता साहू, साक्षी चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, बीएलओ ने बच्चों की इस पहल की सराहना की।


