*"रक्त निर्माण की कोई फैक्ट्री नहीं, यह मानव शरीर में ही निर्मित होता है"- ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी*
*"रक्त निर्माण की कोई फैक्ट्री नहीं, यह मानव शरीर में ही निर्मित होता है"- ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी*
इंदौर,
ज्ञानशिखर में ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी की दसवीं पुण्यतिथि के अवसर पर रक्तदान शिविर संपन्न हुआ। इस अवसर पर इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि रक्तदान महादान है क्योंकि रक्त केवल मानव शरीर में ही निर्मित होता है इसको बनाने की कोई फैक्ट्री नहीं होती। और ऐसे में आपके द्वारा दिया गया रक्त जरूरत के समय किसी के लिए वरदान, जीवनदान हो सकता है जो आपको उनकी अनेकों दुआओं का अधिकारी बना देता है। यह केवल पुण्य नहीं अपितु महापुण्य है।
विशेष अतिथि के रूप में पधारे सोडाणी डायग्नोस्टिक के डायरेक्टर डॉ. राजेंद्र सोडाणी ने कहा कि हमारे में अंदर से रक्तदान की भावना विकसित होनी चाहिए क्योंकि रक्त देने से कम नहीं होता बल्कि पुनः और अधिक रक्त का निर्माण हो जाता है, साथ-साथ किसी को मदद भी मिल जाती है। इसलिए रक्तदान सबसे बड़ा परोपकार है।
कस्टम विभाग के अपर आयुक्त डॉ. दिनेश बिसेन ने कहा की जितनी शुद्ध आत्मा इस शरीर में होगी उस शरीर में बनने वाला खून भी उतना ही शुद्ध होगा। तो एक यूनिट रक्तदान करने से हम तीन तरह से किसी की जिंदगी बचा सकते हैं इसलिए इसमें सभी को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
एम. वाय. हॉस्पिटल के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के संचालक डॉ. नरेंद्र वर्मा ने कहा कि एम. वाय. हॉस्पिटल जिले का बहुत बड़ा हॉस्पिटल है जहां रोज 6000 मरीज आते हैं जिसमें से 400-500 मरीज भर्ती होते हैं जिन्हें रक्त की आवश्यकता होती है। ब्रह्माकुमारी संस्था ऐसी स्वस्थ संस्था है जहां से मिलने वाला रक्त 100% परफेक्ट और शुद्ध रक्त होगा क्योंकि यहां किसी के भी अंदर में लोभ, लालच, आदि नहीं हैं।
इस अवसर पर समाज सेवी गिरीश लुल्ला ने विशेष थैलेसीमिया के बच्चों के लिए रक्त संग्रहण पर जोर दिया। डॉ. शिल्पा देसाई तथा डॉ. साधना सोडाणी ने भी अपनी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन द्वारा हुआ। संचालन डॉ. संगीता टावरी ने किया तथा मेडिकल विंग की जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने सभी का आभार माना। शिविर में कुल 85 यूनिट ब्लड का संग्रह किया गया।








