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आरंग
अभी जब वैश्विक महामारी कोरोना से सारा विश्व जूझ रहा है ऐसे समय में शिक्षा का बुरा हाल है बच्चे शालाओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं शिक्षक उन्हें किसी न किसी माध्यम से पढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं शासकीय नवीन प्राथमिक शाला के शिक्षक मोहल्ला क्लास का संचालन कर रहे हैं इस कड़ी में आज मोहल्ला क्लास लेने वाली शिक्षा साथियों ने एक नवीन नवाचार का सूत्रपात किया बच्चों को पता भी ना चले और वह पढ़ भी लें इसके लिए उन्होंने पूरे सड़क को ही ब्लैक बोर्ड की तरह बना डाला दोनों सड़क के दोनों तरफ अंग्रेजी के अल्फाबेट वह हिंदी के वर्णमाला एक से 10 तक की गिनती दो से पांच तक के पहाड़े वाइट सीमेंट से लिख डाले और उस सड़क का नामकरण कर दिया अक्षर पढ़ाई रद्दा बच्चों को पढ़ने में मजा भी आने लगा है।
वह ऐसा करके उस चैलेंज को भी जीतना चाहते हैं जो नवीन प्राथमिक शाला की प्रधान पाठक श्रीमती शीला गुरु गोस्वामी ने लिया है की आने वाले 4 महीनों के अंदर सभी बच्चों को उनकी स्तर के अनुसार हिंदी पठान दक्षता हासिल हो जाएगी ग्रामवासी शिक्षा साथियों के इस प्रयास से खुश हो रहे हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है की वह अपने दरवाजे पर लिखें अक्षरों को मिटने नहीं देंगे उन्हें मिटने पर पुणे लिख देंगे हमारे शिक्षा सारथी हैं कुमारी नीतू चन्द्राकर एवं तामेश्वरी साहू पम्मी इन्हें शाला के शिक्षक गिरीश गिलहरी ने मार्गदर्शन दीया।
*रसनी की शिक्षा दूत बनी ---बालिकाएं*
गुरुवार, 3 सितंबर 2020
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रसनी की शिक्षा दूत बनी बालिकाएं नवीन प्राथमिक शाला रसनी अपने नवा चारों के लिए हमेशा जाना जाता
अभी जब वैश्विक महामारी कोरोना से सारा विश्व जूझ रहा है ऐसे समय में शिक्षा का बुरा हाल है बच्चे शालाओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं शिक्षक उन्हें किसी न किसी माध्यम से पढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं शासकीय नवीन प्राथमिक शाला के शिक्षक मोहल्ला क्लास का संचालन कर रहे हैं इस कड़ी में आज मोहल्ला क्लास लेने वाली शिक्षा साथियों ने एक नवीन नवाचार का सूत्रपात किया बच्चों को पता भी ना चले और वह पढ़ भी लें इसके लिए उन्होंने पूरे सड़क को ही ब्लैक बोर्ड की तरह बना डाला दोनों सड़क के दोनों तरफ अंग्रेजी के अल्फाबेट वह हिंदी के वर्णमाला एक से 10 तक की गिनती दो से पांच तक के पहाड़े वाइट सीमेंट से लिख डाले और उस सड़क का नामकरण कर दिया अक्षर पढ़ाई रद्दा बच्चों को पढ़ने में मजा भी आने लगा है।
वह ऐसा करके उस चैलेंज को भी जीतना चाहते हैं जो नवीन प्राथमिक शाला की प्रधान पाठक श्रीमती शीला गुरु गोस्वामी ने लिया है की आने वाले 4 महीनों के अंदर सभी बच्चों को उनकी स्तर के अनुसार हिंदी पठान दक्षता हासिल हो जाएगी ग्रामवासी शिक्षा साथियों के इस प्रयास से खुश हो रहे हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है की वह अपने दरवाजे पर लिखें अक्षरों को मिटने नहीं देंगे उन्हें मिटने पर पुणे लिख देंगे हमारे शिक्षा सारथी हैं कुमारी नीतू चन्द्राकर एवं तामेश्वरी साहू पम्मी इन्हें शाला के शिक्षक गिरीश गिलहरी ने मार्गदर्शन दीया।
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