बहेरापाल में 900 एकड़ धान की फसल 95% बर्बाद। फसल क्षति की मुआवजा राशि के साथ किसानों द्वारा बैंको से लिये गए ऋण माफ् किया जाए। जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू किसानों के खेतों में जाकर दर्द बांटा।
*अंधड़ बारिश ओले ने बिछा दी फसलें,शासन पर्याप्त मुआवजा दे: रोहित साहू*
बहेरापाल में 900 एकड़ धान की फसल 95% बर्बाद।
फसल क्षति की मुआवजा राशि के साथ किसानों द्वारा बैंको से लिये गए ऋण माफ् किया जाए।
जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू किसानों के खेतों में जाकर दर्द बांटा।
राजिम
जिलेभर में हफ्तेभर पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।इस बारिश ने फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम बहेरापाल में लगभग 900 एकड़ धान फसल को 95 प्रतिशत तक पूरी तरह बर्बाद कर दिया है इसके अलावा दर्जन भर से अधिक गांवों के हजारों एकड़ फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। इस विपदा के समय आज दिन शनिवार को जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ग्राम बहेरापाल पहुचकर किसानों के साथ गांव में भ्रमण कर प्रत्येक प्रभावित खेतो में जाकर जायजा लिया। श्रीसाहू ने किसानों को आश्वस्त करते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजिम और तहसीलदार को तत्काल पटवारी कृषि विभाग एवं राजस्व निरीक्षक निरीक्षण के लिए तत्काल के कर्मचारियों से तत्काल सर्वे किया शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम दर को शिथिल कर शत प्रतिशत मुआवजा दिलाने आग्रह किया है। राजस्व निरीक्षक वर्मा के साथ श्री साहू एवं ग्रामवासी के उपस्थिति में सभी खेतो में जाकर निरीक्षण कर 90% फसल क्षति होने की बात कही और सभी ग्रामवासी के साथ पंचनामा तैयार किया। शासन के गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा प्रक्रन बनाकर उच्च अधिकारियों को अविलंब प्रेषित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि किसानों ने मेहनत से ग्रीष्मकालीन धान की फसल को बड़ा किया परंतु अंधड़ बेमौसम बारिस और ओलावृष्टि से खेतो और खलियानों में तैयार हो चुके फसलें जमीन में बिछ गई है उसके दाने नीचे गिरकर फिर से जरई उगने लगे है। किसानों ने जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू के पास अपनी दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि इस रबी की फसल में उन्होंने खूब मेहनत किया था उपज भी अच्छी हुई । लेकिन मौसम की मार से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है वर्तमान समय में कृषि दवाई,खाद,उर्वरक एवं कृषि काम में आने वाले मशीनी औजारों की किराया में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिससे लागत मूल्य तेजी से बढ़ी है। परंतु आमदनी ना के बराबर है इससे किसानों को दोहरी तिहरी मार पड़ रही है। किसान रामकुमार साहू,जीतराम साहू,महेंद्र साहू,बोधन साहू आदि किसानों ने बताया कि खरीफ फसल के लिए इसे काटना बहुत जरूरी है। कटाई मैं ही एक बड़ी राशि खत्म हो जाती है। क्या करें मुनाफा तो कुछ हो नहीं रहा है फिर से सेठ साहूकारों से कर्ज लेकर खेत को खरीफ फसल के लिए तैयार करेंगे यह एस्ट्रा नुकसान हैं जो किसानों को चुकाना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि श्री साहू लगातार क्षेत्र का दौरा कर किसानों के हित में आवाज उठा रहे हैं।
लगातार शासन प्रशासन एवं सरकार से किसानों की हित के लिए उचित निर्णय की मांग कर रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि गत 13 अप्रैल से लॉकडाउन के चलते कृषि उपज मंडी बंद है। ओले व बारिश से उबरने के बाद कुछ ऊपज किसानों के हाथ लगी है। उस पर भी सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं मंडी का बंद होना किसानों के लिए आपदा जैसे हो गया है। सही समय पर सरकार के द्वारा उचित निर्णय नहीं लेने से किसान आंसू बहा रहे हैं। श्री साहू ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क आदि सावधानियों के साथ किसानों के हित के लिए मंडी खोला जा सकता है ताकि उन्हें उनकी उपज का सही कीमत मिल सकें। मंडी नहीं खुलने से किसान मजबूरी में राइस मिलरो के पास ओने पौने दामों में बेच रहे हैं जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। 4 महीने लगातार फसलों की सेवा के बाद यह उपज प्राप्त होती है। उसमें भी सही मूल्य मिल जाए तो किसान प्रसन्न हो जाते है और यह भी ना मिले तो उनकी पीड़ा ज्यों की त्यों रह जाती है। श्री साहू ने किसानों से रूबरू होकर सरकार से मांग किया है कि मुआवजा के साथ ही बैंको से किसानों द्वारा लिए गए कृषि ऋण माफ किया जाए।इस बीच आज हमारे गांव बहरापाल में अनावश्यक बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण फसल नुकसान हुआ है जिसका निरिक्छन आर आई द्वारा किया गया जिसमें प्रमुख रूप से हमारे जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू और गांव के प्रथम नागरिक सरपंच प्रतिनिधि महेन्द्र साहू ग्राम पटेल धर्मेन्द्र साहू, मनबोध साहू, जगत, रामचंद्र, जितेन्द्र, कुलेश्वर,गोविंद, झब्लेश, नेतराम, तीजरम, केशु, सुखी,हरिराम,ठाकुरराम, रामप्यारी बाई, जैन बाई,रामकुमार, दुलेश्वर, दिलीप,सोनू, चेतन साहू,नकुल,रवि,महेश दीवान,रामसहाय, रमहिर्दे,ईश्वरी, टोमण,टीकाराम, गणेश किसान साथी एवं ग्राम वासी उपस्थित थे।