आज का सुविचार(चिन्तन) - fastnewsharpal.com
फास्ट न्यूज हर पल समाचार पत्र,

आज का सुविचार(चिन्तन)

 🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃

💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠

🎋 *..11-05-2021*..🎋


✍🏻उम्र बढ़ने से मुस्कुराहट नहीं रुकती लेकिन मुस्कुराहट रुकने से उम्र जल्दी बढ़ती है। इसलिए हमेशा मुस्कुराते रहिए।

💐 *Brahma Kumaris* 💐

🌷 *σм ѕнαитι*🌷

🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃

♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
  💥 *विचार परिवर्तन*💥

✍🏻अच्छे इंसान की बहुत सी विशेषताओं में सबसे बड़ी विशेषता यह होती है, कि भले ही हालात या लोग बदल जायें, लेकिन वे अपनी उदारता या अच्छाई कभी नही छोड़ते।
🌹 *σм ѕнαитι.*🌹

♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
         ओम शांति
*लक्ष्य जितना बड़ा होगा मार्ग भी उतना बड़ा होगा और बाधायें भी अधिक आएँगी। सामान्य आत्म विश्वास नहीं बहुत उच्च स्तर का आत्म विश्वास इसके लिए चाहिए। एक क्षण के लिए भी निराशा आयी वहीँ लक्ष्य मुश्किल और दूर होता चला जायेगा।*

    *मनुष्य का सच्चा साथी और हर स्थिति में उसे संभालने वाला अगर कोई है तो वह आत्मविश्वास ही है। आत्मविश्वास हमारी बिखरी हुई समस्त चेतना और ऊर्जा को इकठ्ठा करके लक्ष्य की दिशा में लगाता है।*

          *दूसरों के ऊपर ज्यादा निर्भर रहने से आत्मिक दुर्बलता तो आती है। साथ ही छोटी छोटी ऐसी बाधायें आती हैं जो पल में तुम्हें विचलित  कर जाती हैं। स्वयं पर ही भरोसा रखें। दुनिया में ऐसा कुछ नहीं जो तुम्हारे संकल्प से बड़ा हो।*
         ॐ शांति
🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️

🎈🌿🎈🌿🎈🌿🎈🌿🎈

अनमोल वचन :

एक बात जरूर ध्यान रखे... किसी भी शरीरधारी को भगवान,वाहेगुरु,अल्लाह या गॉड नही कह सकते।कयोंकि परमात्मा का रूप केवल ज्योति बिन्दु है और जो भी भगवान या वाहेगुरु या अल्लाह या गॉड को जिनका नाम (शिव) रूप (जयोतिबिन्दु) सहित याद करते है,उन्हें ही भगवान, ईश्वर,प्रभु,अल्लाह या गॉड की ताकत मिलती है और आत्मा को ताकतवर बनाने के लिए केवल मेडिटेशन ही उपाय है...जो आज की जरुरत है... 

🙏ओम शान्ति🙏

🌹ब्रह्माकुमारीज🌹

💥आपका दिन शुभ हो 💥

🎈🌿🎈🌿🎈🌿🎈🌿🎈
❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️
         ओम शांति
*कुछ कर्म बदले जा सकते हैं और कुछ नहीं । जैसे हलवा बनाते समय चीनी या घी की मात्रा यदि कम हो, पानी अधिक या कम हो, उसे ठीक किया जा सकता है। पर हलवा पक जाने पर उसे फिर से सूजी में नहीं बदला जा सकता। मट्ठा यदि अधिक खट्टा हो, उसमें दूध या नमक मिलाकर पीने लायक बनाया जा सकता है। पर उसे वापस दूधमें बदला नहीं जा सकता है।*
*इसु प्रकार प्रारब्ध कर्म बदले नहीं जा सकते। संचित कर्म को आध्यात्मिक अभ्यास द्वारा ही बदला जा सकता है। सत्संग सभी बुरे कर्मों के बीज को ख़त्म करता है जब हम किसी की प्रशंसा करते है, तो हम उसके अच्छे कर्म ले लेते है, और  जब हम किसी की बुराई करते है, तो हम उसके बुरे कर्म के भी भागीदार बनते है। इसे जानें, और अपने अच्छे और बुरे, दोनों ही कर्मो को ईश्वर को समर्पित करके स्वयं मुक्त हो जाएँ।*
    ॐ शांति
❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️❄️

🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐

➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖

             *💎◆● ओम शान्ति ●◆💎*


_सरल स्वभाव वाला मनुष्य बाहर-भितर या मनसा, वाचा, कर्मणा से एक जैसा  होता है । वह बनावट, छलकपट या कुटिलता से व्यवहार नहीं करता इसीलिए लोग उससे निश्चिंत रहते हैं और उसकी सच्ची सच्ची, भोली-भाली बातें सबको प्यारी लगती है ।_


_◆ सरल स्वभाव वाला व्यक्ति यदि कोई ऐसी बात भी कह दे जो लोगों को पसंद ना हो तो भी वे उससे इतना नाराज नहीं होते जितना छलकपट वाले से क्योंकि वे जानते हैं कि इस मनुष्य का मन साफ है इसने हमसे धोखा करने या हमें गिराने के विचार से ऐसा नहीं कहा बल्कि हमारे बारे में जो कुछ इसका विचार था उसे सीधे और सादगी से कह दिया । यदि वे उसकी किसी बात से नाराजगी प्रकट करें तो थोड़ी देर के बाद ही उसका मन अंदर से उन्हें कहता है ऐसे सीधे और सच्चे आदमी से नाराज होना या उससे कुछ बुरा कहना ठीक बात नहीं है । अतः वे शीघ्र ही स्वत : ही फिर उससे स्नेह जोड़ लेते हैं क्योंकि उसकी सरलता, सच्चाई मन की सफाई तथा भोलापन उन्हें आकर्षित करता है ।_


_◆ जैसे सरल स्वभाव वाले व्यक्ति से दूसरे संतुष्ट रहते हैं वैसे सरल स्वभाव वाला मनुष्य स्वयं भी संतुष्ट रहता है । यदि किसी कारण से उसके मन में किसी प्रकार की असंतुष्टता आए भी,  तो भी थोड़ा ही समझाए जाने पर वह अपने सरल स्वभाव के कारण जल्दी ही संतुष्ट हो जाता है । परंतु टेढ़े स्वभाव वाला मनुष्य दूसरे की बात में चाहे वह अच्छे भाव से तथा उसके कल्याण के लिए भी कही गई हो यह देखता रहता है कि इसमें कोई छल या कपट या बनावट तो नहीं है ? इस प्रकार वह अपने ही कल्याण के बारे में लोगों से कोई बात सुनने पर भी उस बात को पवित्र ह्रदय से ग्रहण नहीं करता । इसीलिए उसके जीवन में अथवा संस्कारों में जल्दी परिवर्तन नहीं आता ।_


_★ सरल व्यक्ति का मन साफ होने के कारण उसमें दूसरे दिव्य गुणों की धारणा भी जल्दी हो जाती है जबकि कपटी अथवा चालाक व्यक्ति के जीवन में दिव्य गुणों की धारणा इतनी जल्दी नहीं होती है क्योंकि उसका मन किसी ना किसी उधेड़बुन में लगा रहता है, वह कभी यह सोचता है कि भूतकाल में उस मनुष्य ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया था, अब यह मेरे साथ अच्छाई कैसे कर सकता है ? अथवा आज तक फलां मनुष्य ठीक नहीं है वह भविष्य में भी बदलने वाला दिखाई नहीं देता । परंतु जो सरल चित्त व्यक्ति होता है वह तो अपनी मस्ती में मस्त रहता है और यही सोचता है कि जैसा कोई करेगा वैसा पाएगा । वह अपनी सत्यता को किसी भी हालत में नहीं छोड़ता इसीलिए सच्चे दिल पर साहिब राजी होने की उक्ति के अनुसार उसे ईश्वर से सहायता भी मिलती है । उसके सीधेपन, उसकी सच्चाई तथा मन की सफाई के कारण दूसरे लोग भी उसे आशीर्वाद देते तथा उससे स्नेह करते हैं अतः सरल चित्त मनुष्य अपने आप में संतुष्ट और सुखी रहता है ।_


_◆ सरल चित्त व्यक्ति से लोग न केवल संतुष्ट रहते हैं बल्कि उसमें लोगों का विश्वास बैठ जाता है । वे सरल चित्त व्यक्ति के समीप आना चाहते हैं क्योंकि उसके मन में से पवित्रता के वाइब्रेशन आते हैं । जो व्यक्ति सरल चित्त ना हो, लोग उससे दूर रहते हैं क्योंकि वह सोचते हैं कि यह चालाक व्यक्ति है ना जाने किस स्वार्थ से बात कर रहा है । अतः जो व्यक्ति सरल नहीं है उसकी बातचीत में आकर्षण नहीं होता । चालाक और ढोंगी मनुष्य अपना ही स्वार्थ सिद्ध करने की सोचता है परंतु सरल चित्त मनुष्य कोशिश करता है कि मुझ द्वारा किसी को सुख मिल जाए तो यह मेरा भाग्य है । अतः लोग उससे स्नेह करते हैं और उसकी वाणी में भी एक विशेष प्रकार की मधुरता होती है ।_


*📲◉ Whatsapp - Join Group(+919594096073)📱*


                 *★ OM SHANTI ★*


🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐🌼🌐

Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads