आज का सुविचार(चिन्तन) - fastnewsharpal.com
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आज का सुविचार(चिन्तन)

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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠

🎋 *..19-07-2021*..🎋


✍🏻जीवन में महत्वपूर्ण यह नहीं है कि, आपकी उम्र क्या है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि, सोच किस उम्र की रखते हो।

💐 *Brahma Kumaris* 💐

🌷 *σм ѕнαитι*🌷

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  💥 *विचार परिवर्तन*💥


✍🏻जब मन खराब हो तब बुरे शब्द ना बोलें, क्योंकि खराब मन को बदलने के मौके बहुत मिल जायेंगे लेकिन शब्दों को बदलने के मौके फिर नहीं मिलेंगे।

🌹 *σм ѕнαитι.*🌹

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*👍जीवन में इतने व्यस्त रहिए की पछतावा, डर, दुःख और नफरत के लिए समय ही ना मिले।*
*क्योंकि जीवन में खाली व्यक्ति ही सबसे ज्यादा दुःखी रहता है।*

*🌹सु प्रभात*🙏

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     ओम शांति
*ऐसे व्यक्ति जो स्वयं की गलती स्वीकार नहीं-धीरे नकारात्मक गुणों का विकास होने लगता है। गलती छिपाने के लिए इंसान को अक्सर असत्य बातों को बोलना पड़ता है। ये असत्य बातें ऐसे व्यक्तियों के जीवन का एक अंग बन जाती हैं।*
*गलती स्वीकार करना एक साहसिक कार्य है। ऐसा व्यक्ति ईश्वर के अधिक निकट पहुंच जाता है। जो अपनी गलती स्वीकार करने का साहस नहीं रखते, उनके अंदर से प्रेम, दया और कर्तव्य का लोप हो जाता है। ऐसे लोग अपने और अपनी जरूरतों के प्रति उदासीन हो जाते हैं। उनके अंदर एक भावनात्मक खालीपन उत्पन्न हो जाता है।*
*यह भावनात्मक खालीपन इसलिए होता है, क्योंकि वे अपनी गलती को सबसे छिपाकर रखते हैं। उसे किसी के साथ बांटते नहीं हैं।इंसान गलतियों से सीखकर ही आगे बढ़ता है और जीवन में सफलता पाता है।*
      ओम शांति
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अनमोल वचनः

जो परमानंद परमात्म मिलन में है....वह संसार के किसी भी मिलन में नहीं,क्योंकि आनन्द का आधार है मन की आंतरिक शुद्धता...जब हम अशुद्ध आत्माएं परम शुद्ध परमात्मा से मिलन मनाती हूं तो हम भी शुद्ध होने लगते हैं और जीवन में परमानंद का अनुभव होने लगता है।

🙏ओम् शांति🙏

🌸आपका दिन शुभ हो 🌸

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         आज का विचार 

     " गलतफहमी प्रेमपूर्ण व शुध्द विचारों से तथा समुचित समय पर सही ज्ञान देकर दूर की जा सकती है । "

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💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*19 जुलाई:-*_ याद रहे जो कुछ भी में कर रही हु उसका हिसाब अंतकाल में मुझे ही चुकाना पड़ेगा इसलिए श्रेष्ठ करने का सोचे।
        🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
       🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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🙏 *ॐ शांति* 🙏

पके हुए फल की तीन *पहचान* होती है... एक तो वह *नर्म* हो जाता है, दूसरा... वह *मीठा* हो जाता है और तीसरा... उसका *रंग* बदल जाता है। इसी तरह अच्छे *परिपक्व* मनुष्य की भी तीन पहचान होती है। पहली... उसमें *नम्रता* होती है, दूसरी... उसकी वाणी में *मिठास* होती है और तीसरा... उसके चेहरे पर आत्म विश्वास का *रंग* होता है।

🌸 सुप्रभात...

💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐


♦️♦️♦️ रात्रि कहानी ♦️♦️♦️


*🎗आज का प्रेरक प्रसंग


   *⛲बुराई जड़ से ख़त्म करो⛲*🏵️

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बुराई की ऊपरी कांट-छांट से वह नहीं मिटती,उसे तो  उसकी जड़ से मिटाना होता है। जब तक जड़ को नष्ट नहीं किया जाएगा तब तक कोई लाभ नहीं होगा।

किसी नगर में एक आदमी रहता था। उसके आँगन में एक पौधा उग आया। कुछ दिनों बाद वह बड़ा हो गया  और उस पर फल लगने लगे। एक बार एक फल पककर नीचे गिर गया। उस फल को एक कुत्ते ने खा लिया। जैसे ही कुत्ते ने फल खाया, उसके प्राण निकल गए। आदमी ने सोचा--कोई बात होगी जिससे कुत्ता मर गया। पर उसने पेड़ के फल पर ध्यान नहीं दिया। 

                                            कुछ समय बाद उधर से एक लड़का निकला। फल देखकर उसके मन में लालच आ गया और उसने किसी तरह फल तोड़कर खा लिया। फल को खाते ही लड़का मर गया। मरे हुए लड़के को देख आदमी की समझ में आ गया कि यह जहरीला पेड़ है। उसने कुल्हाड़ी ली और वृक्ष के सारे फल काटकर गिरा दिए। थोड़े दिन बाद पेड़ में फिर फल लग गए। लेकिन इस बार पहले से भी ज्यादा बड़े फल लगे थे। आदमी ने फिर कुल्हाड़ी से फल के साथ-साथ शाखाओं को भी काट दिया। परंतु कुछ दिन बाद पेड़ फिर फलों से लद गया। अब आदमी की समझ में कुछ नहीं आया। वह परेशान हो गया। तभी उसके पड़ोसी ने उसे देखा और उसकी परेशानी का कारण पूछा। आदमी ने सारी बातें बता दी।

           यह सब सुनकर पड़ोसी ने कहा --तुमने पेड़ के फल तोड़े,उसकी शाखाएं काटी , पर तुम्हारी समझ में नहीं आया कि जब तक पेड़ की जड़ रहेगी तब तक पेड़ रहेगा और उसमें फल आते रहेंगे। अगर तुम इससे छुटकारा चाहते हो तो इसकी जड़ काटो। तब आदमी की समझ में आया कि बुराई की ऊपरी कांट-छांट से वह नहीं मिटती,उसे तो उसकी जड़ से मिटाना चाहिए। उसने कुल्हाड़ी लेकर पेड़ की जड़ को काट दिया और हमेशा के लिए चिंता मुक्त हो गया। 

इसी तरह बुराई की जड़ हमारे मन में होती है। जब तक जड़ को नष्ट नहीं किया जाएगा, मनुष्य को जहरीला बनाने वाले फल आते रहेंगे।

 

*सदैव प्रसन्न रहिये।*

*जो प्राप्त है-पर्याप्त है।*


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