भुपेश सरकार के कामकाज से प्रदेश में घटी बेरोजगारी -आकाश दीक्षित
भुपेश सरकार के कामकाज से प्रदेश में घटी बेरोजगारी -आकाश दीक्षित
तेजस्वी यदु/छुरा
: प्रदेश की भुपेश सरकार ने कोरोना काल के दौर में भी रोजगार देने का कार्य किया है।कोरोना काल मे जहाँ एक ओर देशभर में बेरोजगारी दर बढ़ थी।वही छत्तीसगढ़ की कॉग्रेस सरकार मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नेतृत्व में यहां रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर लगतार बेरोजगार दर घटा रही थी।जिसका नतीजा है आज हमारा छत्तीसगढ़ सेंटर फॉर मेजरिंग इंडियन इकोनॉमी संगठन द्वारा हाल ही में जारी किए गए।बेरोजगारी के आंकड़ों ने एक बार फिर विकास के छत्तीसगढ़ मॉडल की सफलता का परचम बुलंड कर दिया है। आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ 2,1 प्रतिसत के साथ देश मे सबसे कम बेरोजगारी वाले राज्यों में चोथे क्रम पर है यह बातें युवा कॉग्रेस के प्रदेश सचिव आकाश दीक्षित ने विज्ञप्ति जारी कर कही।दीक्षित ने बताया कि दिसंबर 2021 का अध्यन करने के बाद सीएमआईई द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार देश की बेरोजगारी दर दिसम्बर महीने में 7,91 प्रतिशत तक पहुंच गई है यह 4 माह का उच्च्तम स्तर है। शहरों में बेरोजगारी दर 9,30 प्रतिसत जबकि ग्रमीण इलाको में 7,28 प्रतिशत रही है देश मे जहां बेरोजगारी दर बढ़ रही है वही प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के कामकाज का नतीजा है कि प्रदेश में लगातार बेरोजगारी दर घट रही है ।विकास का लक्ष्य निर्धारित करते हुए तीन साल पहले मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य में महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना के अनुरुप नया मॉडल अपनाया है।जिसके तहत गॉव व शहरों के बीच आर्थिक परस्परता बढ़ने का जोर दिया है।इसे मॉडल के अंतर्गत गांव के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए गॉव योजना नरवा घुरवा बारी कार्यक्रम गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना जैसी बहुत सारी अभिनव योजनाओं और कार्यक्रमो का क्रीनयवन किया जा रहा है। कोरोना के पहले और दूसरी लहर के दौरान भी देश मे आर्थिक मंदी से छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था अछुती रही।तब भी छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर नियंत्रण में रही।दीक्षित ने केंद्र सरकार व भाजपा शासित राज्यों पर हमला बोलते हुए।मोदी सरकार व भाजपा शासित राज्यों को रोजगार विरोधी सरकार का दर्जा देते हुए।