पद्मश्री फूलबासन बाई यादव दीदी का छत्तीसगढ़ के समस्त सर्व समाज को संदेश
पद्मश्री फूलबासन बाई यादव दीदी का छत्तीसगढ़ के समस्त सर्व समाज को संदेश
तेजस्वी यादव/ छुरा
फूलबासन बाई यादव जी कौन है आइए थोड़ा दीदी के बारे में जाने छत्तीसगढ़ की पावन माटी के दुलौरिन बेटी छुरिया ब्लॉक के छोटे से गांव सुकुल दहैयांन नामक एक गांव है जिसमें यादव परिवार में जन्मी और अपनी दुख भरी कहानियों से धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए मन में दृढ़ इच्छा और संकल्प के साथ एक जुनून मन में आया और आज उस जुनून के माध्यम से उन्होंने महिलाओं के हो रहे अत्याचार पर समाज की दुर्दशा को देखते हुए एक दृढ़ संकल्प लेकर महिलाओं को कैसे घर से निकाला जाए उन्हें कैसे सशक्त और स्वावलंबी बनाया जाए इसके साथ-साथ उन को रोजगार से कैसे जुड़ा जाए इन सारी चीजों को मन में आने के बाद एक दृढ़ इच्छाशक्ति विश्वास के साथ महिलाओं का संगठन तैयार किया जिसमें 10 महिलाएं मिलकर एक ग्रुप तैयार किया उस ग्रुप का नाम राम कोठी से प्रारंभ किया आपको लग रहा होगा यह ग्रुप राम कोठी के नाम से कैसे बना इसका मेन उद्देश्य आज से 25 साल पहले की बात है जो आप सबके बीच रख रही हूं राम कोठी का ग्रुप का मतलब है हम लोग दो मुट्ठी चावल और ₹2 पैसे इकट्ठे करके इसका नाम दिए थे और इसी को हम लोग राम कोठी कर के नाम दिए थे इससे गरीब बच्चों के जिसके पास खाने के लिए ,पहनने के लिए या जो भी मूलभूत सुविधा है स्वास्थ्य संबंधित इन पैसे से और इन चावलों से उनका हमारी महिलाओं के द्वारा सेवा देने का काम करती थी धीरे-धीरे यह आगे कारवां बढ़ता गया और इसमें जो लगातार गांव की व्यवस्थाओं को लेकर जो मन में विचार आया स्वच्छता, स्वास्थ्य और साक्षरता को लेकर तो इसमें जितनी भी हमारी दीदी बहने माताएं जो सबका सहयोग योगदान रहा उसमें धीरे-धीरे सब का सहयोग मिलने के पश्चात इसको हम लोग ग्रुप को समूह में तब्दील कर दिया समूह में तब्दील होने के पश्चात इसमें 10 महिलाओं का एक संगठन तैयार हुआ और मेरी इच्छा थी कि हमेशा मैं एक विचार मन में रखती थी जिसको जहां जाती थी वहां इस बात को बोलती थी एक लकड़ी को तो कोई भी तोड़ सकता है अगर 10 लकड़ी हो तो उसको तोड़ने में बहुत तकलीफ और परेशानी होगा इसी प्रकार से एक महिला को कोई भी बोल सकता है लेकिन 10 महिलाओं का ग्रुप बनने के बाद कोई भी नहीं बोल सकता इस प्रकार से हम लोगों ने समूह को तैयार किया आज समूह को तैयार करने के बाद जिला राजनांदगांव में समूह की कार्यशैली को देखते हुए समूह के द्वारा बजार ठेका लिया गया बजार ठेके में अच्छा कमाई होने के पश्चात धीरे से भी जो खादय वितरण प्रणाली राशन दुकान होता है उसको भी समूह के द्वारा लिया गया इस प्रकार से हमारा कारवां आगे धीरे-धीरे बढ़ती गई इसके पश्चात जिला राजनांदगांव के हमारे कार्यशैली को देखते हुए जिलाधीश के द्वारा जो एक छोटी सी गांव में चरवाहा के घर पैदा हुई पद्मश्री फूलबासन यादव का इतिहास बहुत ही गरीबी और भुखमरी से निकला हुआ है उसको जिलाधीश राजनांदगांव के कलेक्टर के द्वारा समूह की कार्यशैली को देखते हुए उन्हें प्रथम बार स्कूल प्रांगण में झंडा फहराने के लिए 15अगस्त को आमंत्रित किया और उसी दिन से दीदी का कारवां धीरे , धीरे जिला में प्रदेश में उसके बाद देश में उसके बाद फिर विदेश में चलते गया आज आपको बड़ी हर्ष के साथ आप सब के आशीर्वाद से समाज के आशीर्वाद से मैं एक छोटी सी गांव से निकलकर अपनी छोटी सी परिवार जिसमें एक वक्त खाने के लिए मेरे पास खाना नहीं थी भीख मांगने से लेकर होटल में कब प्लेट धोकर कदम को आगे बढ़ाया और आज सब के आशीर्वाद से पद्मश्री से सम्मानित साथ में कौन बनेगा करोड़पति में 50लाख जीतकर एवं छत्तीसगढ़ में 2लाख महिलाओं का समूह के माध्यम से नारी शक्ति आगाज किया एवं छोटी छोटी लड़कियों को अखाड़े बाजी के साथ-साथ सशक्त बनाने में जगह-जगह कैंप बनाकर ट्रेनिंग दिया जा रहा है इसलिए जो मान जो मिला आज मैं उसको समर्पण भाव से सर्व समाज को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं और आप सब का आशीर्वाद मेरे पर बनी रहे इसके साथ मां बमलेश्वरी फेडरेशन का संस्थापक होने के नाते उस संस्था में करोड़ों रुपए एकत्रित करके आज छत्तीसगढ़ नहीं देश ही नहीं विदेश में भी डंका बज रहा है जिस मां बमलेश्वरी फेडरेशन का संस्थापक होने के साथ-साथ जो दो मुट्ठी चावल ₹2 से संचालित किया करती थी आज मां बमलेश्वरी फेडरेशन में ₹40करोड़ रुपए है और साथ में अनेकों प्रकार के रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जैविक खेती से लेकर मुर्गी पालन ,बकरी पालन, पशु पालन और बहुत सारे ऐसे योजनाएं हैं उनको सब को संचालित करने के लिए मां बमलेश्वरी फेडरेशन तीव्र गति से छत्तीसगढ़ में ही नहीं विदेशों के भी नाम रोशन कर रही है यह समाज का आशीर्वाद है और यह समाज को मैं अपना हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं आपका मार्गदर्शन और आशीर्वाद इसी प्रकार से बना रहे और एक विशेष सूचना यह भी आप सबको मैं दोनों हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि मैं एक छोटी सी गांव में रहने वाली पद्मश्री फूलबासन बाई यादव आपसे निवेदन करती है कि छत्तीसगढ़ में सर्व समाज के द्वारा जो मेरे द्वारा जो भी संदेश दिया जाएगा मीटिंग बैठक लिया जाएगा मेरा व्यक्तिगत ही रहेगा और मेरे गैर हाजिरी में या किसी के माध्यम से मेरे नाम से कहीं पर कोई भी कार्यक्रम हो या किसी प्रकार से लेना देना हो तो आप सब से मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है मेरा नीचे में नाम नंबर दोनों रहेगा आप स्वयं मेरे से संपर्क करें मेरे से संपर्क करके ही आप किसी मीटिंग बैठक , कार्यक्रम में जब भी मेरे को आदेश करेंगे मैं आपके समक्ष सेवा करने के लिए तैयार हो जाऊंगी लेकिन आप सबसे निवेदन है मेरे नाम से अगर कहीं भी छत्तीसगढ़ में या देश में किसी प्रकार से कोई भी पैसे का यह कार्यक्रम के लिए जो भी चीजें मांग कर प्रकार से कोई भी पैसे का यह कार्यक्रम के लिए जो भी चीजें मांग करती है आप उसको नकार देना आप मेरे से स्वयं संपर्क कर सकती है।