कलयुग में हरि नाम संकीर्तन से ही सारे फल की प्राप्ति है _पंडित गणेश प्रसाद
कलयुग में हरि नाम संकीर्तन से ही सारे फल की प्राप्ति है _पंडित गणेश प्रसाद
आरंग
ग्राम मुन गी (चंदखुरी फार्म) में विष्णु सेन परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण समापन के अवसर पर भागवताचार्य पंडित गणेश प्रसाद शर्मा (पुजारी कोशिल्या मंदिर,) ने गीता ज्ञान प्रवचन में कहा कि सतयुग में भगवान विष्णु के ध्यान से, त्रेता युग में यज्ञ से, और द्वापर में श्रीहरि पूजन से जो फल प्राप्त होता है वही फल कलयुग में केवल हरि नाम संकीर्तन से प्राप्त हो जाता है ,उन्होंने श्रीमद् भागवत को पावन गंगा की उपमा देते हुए कहा कि जो इस में डुबकी लगा लेते हैं उनका जीवन धन्य हो जाता है, उन्होंने आगे कहा कि तक्षक कॉल भी श्री कृष्ण का ही अंश है शरीर नाशवान है किंतु आत्मा अमर है एवं श्रीमद्भागवत महापुराण श्रवण से निर्भयता, निसंदेहता , हृदय में प्रभु की जागृति ,सभी में भगवान का दर्शन, एवं परम प्रेम जैसे दिव्य पांच फल सहज ही प्राप्त हो जाते हैं और इसलिए परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई।
वही परायण कर्ता पंडित रमेश शर्मा ने भगवान की मंगलमय स्तुति करते हुए कहा कि कथा सुनकर जीवन में उतारना ही सार्थकता है, सत कर्मों का कभी अंत नहीं होता अतः जीवन भर सत्कर्म करते रहना चाहिए जाने कब प्रभु की अलौकिक कृपा हो जाए। इस अवसर पर आयोजक सोहद्रा बाई सेन ने बताया कि यह आयोजन स्वर्गीय अर्जुन लाल सेन की स्मृति में किया गया है वही परीक्षित बने विष्णु संतोषी सेन ने वार्षिक श्राद्ध में शामिल हुए सभी आत्मीय जनों एवं ग्राम वासियों का आभार माना तथा पारिवारिक गण भुवन लाल प्यारी सेन, जीवनलाल सुमित्रा, नेहरू माधुरी ,धनेश्वर त्रिवेणी ,स्वर्गीय अर्जुन अन्नपूर्णा, संजय निर्मला, रवि संगीता, स्व. खेमलाल छमा, रश्मि ,नरेंद्र ,रूद्र शंकर, सोनू, प्रांजल ,योग माया ,भावेश आदि सबकी सहभागिता रही ।