अध्यात्म
अनमोल वचन
आज का सुविचार
आज का सुविचार(चिन्तन)
शुक्रवार, 27 मई 2022
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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..27-05-2022*..🎋
✍🏻जीवन की हर समस्या के भीतर एक उपहार छुपा होता है इसीलिए जो समस्या आए तो निराश मत होइए उसका अंत आपकी उम्मीदों से सुंदर हो सकता है।
💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar* 💐
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻बूंद सा जीवन है इंसान का, लेकिन अहंकार सागर से भी बड़ा है। ना बादशाह चलता है, ना इक्का चलता है, ये खेल है अपने अपने कर्मो का, यहाँ सिर्फ़ कर्मो का सिक्का चलता है।
🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹
♻🍁♻🍁♻🍁♻
U May Not Be Able To Control Every Situation... But u r Able to Control
How it Affects U less ...
Trust Before U Love ...
Know Before u Judge ...
Commit Before u Promise ...
Forgive Before u Forget ...
Appreciate Before
You Regret ...
*🌹 Sweet👆🏻💫🇲🇰🌌🧘🏻♀️🧘🏻♂️Night 🌹*
*रोज़ एक बात याद रखें....*
*Return Ticket, तो कन्फर्म है....*
*इसलिये मन भरकर जीयें....*
*मन🤦🏻♀️🤦🏻♂️ में भरकर ना जीयें ।*
*छोड़िए शिकायत केवल शुक्रिया👆🏻👏🏻 अदा कीजिये....*
*जितना है पास, पहले उसका मजा लीजिये।*
💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*27 मई:-*_ जितना हम अपनी विशेषताओ का प्रयोग करते जाते है, तो कमजोरिया स्वतः ही समापत हो जाती है, इसलिए कमजोरियों को न देख विशेषताओ को देखो।
🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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🌹🌻🌹🌻🌹🌻🌹🌻🌹ऐ
अनमोल वचन :
परमात्मा कहते हैं:-मेरे बच्चों,
कर्म बहुत ध्यान से किया करो क्योंकि ना किसी की दुआ खाली जाती है और ना ही किसी की बददुआ..!!
🙏ओम् शान्ति 🙏
🎈आपका दिन शुभ हो 🎈
🌹🌻🌹🌻🌹🌻🌹🌻🌹
🙏 *ॐ शांति* 🙏
आपकी कला आपको उन्नति के शिखर तक ले जायेगी, परन्तु आपका *व्यवहार* यह निर्णय करेगा कि आप उस शिखर पर कितने दिन तक *टिक* पायेंगे।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
🇲🇰ओम शांति ब्रह्मा मुख द्वारा सत्य गीता ज्ञान दाता निराकार शिवभगवानुवाच l🇲🇰
😌मीठे बच्चे विश्व का मालिक भारतवर्ष में, एक आदि सनातन पावन देवी देवताओं का था राज्य, वह था सृष्टि का, सतोप्रधान आदिकाल l 😊
🦋वह पवित्रता, सुख, शांति, संपत्ति, से संपन्न जीवन था, सदा खुशहाल I रॉयल, शानदार, मर्यादा युक्त थी सभी की, चलन और चाल l प्रिंसेस श्री राधा बाला और प्रिंस श्री कृष्ण बाल l🤴🏻
🙏🏻 वही स्वयंवर के बाद, विश्व महारानी श्री लक्ष्मी और विश्व महाराजन श्री नारायण बनकर, करते थे सारे दैवी सृष्टि की संभाल l वह निर्विकारी संवत, 8 गद्दी, 1250 वर्षों तक चला, सूर्यवंशी घराने का काल l 🫠
🦚फिर त्रेता युग में, श्री सीता, श्री राम को, श्री लक्ष्मी, श्री नारायण के द्वारा, सारी सृष्टि का राज्य हुआ बहाल l वहां भी, प्योरिटी की रॉयल्टी और सुख, शांति, संपत्ति से थे, सभी मालामाल l😊
🙇🏻♂️ वहां, सभी की मर्यादा युक्त, चाल चलन थी, बेमिसाल I निर्विकारी संवत का, 1250 वर्ष, 12 जन्म का चला, वह भी काल l वह सतयुग त्रेता युग का स्वर्ग काल, जिस समय, मन में नहीं था, कोई भी ख्याल l 🕰️
🕳️फिर तीसरा युग द्वापर पर आया, रावण ने, विकारों का बिछाया, माया जाल l आत्म अभिमानी देवी देवताओं का, पूरा हुआ, 2500 वर्ष का काल l अभी आकर्षित करने लगी उनको, देह रूपी खाल l 👧🏻
🧑🏿🦲रावण राज्य में, विक्रम संवत की, शुरू हुई धमाल l विकारों के वश, सर्व आत्माओं का हो गया, बड़ा बुरा हाल l फिर शुरू हो गया, भक्ति काल l धीरे धीरे बढ़ते ही गए, अनेक धर्म, अनेक भाषा, अनेक देश, मन में उठने लगे, अनेक सवाल l🌎
🫣 द्वापर युग के पूरे किए, 21 जन्म, फिर आया, काले कलयुग का काल l यहां अति पतित आत्मा, होती गई धर्म भ्रष्ट, कर्म भ्रष्ट, दुखों से बेहाल l कलयुग के 1250 वर्ष में, 42 जन्म पूरे होने आए, यह है अंतिम जन्म का, अंतिम काल l 🫠
🌏अब धरती पर आए हैं, स्वयं भगवान बाप, महाकाल I अपने साथ, अपने घर ले जाने आए हैं वह, कालों के काल l अभी जो आत्माएं, उस मीठे परमात्मा पिता से, ज्ञान योग के द्वारा, होती है निहाल l😌
👉🏻वही, फिर से 21 जन्मों के लिए, पावन देवी देवता बनते हैं, सदा खुशहाल I अभी पुरुषोत्तम संगम युग का, हीरे तुल्य, थोड़ा सा है यह काल l इसी काल में, भाग्य विधाता भगवान द्वारा, अनेक जन्मों के लिए, आत्माएं होती है मालामाल l 🩻
👍🏻टोटल 5000 वर्ष का है यह, सृष्टि का काल l फिर से शुरू होगा, शुरू का काल, जो है बेमिसाल I बार बार रिपीट होने वाला, यह 5000 वर्ष का, सुंदर सृष्टि ड्रामा है, बड़ा विशाल l🕎
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*लौट आयेगी खुशियाँ अभी,*
*कुछ गमो का शोर है*
*जरा संभलकर रहो दोस्तों,*
*ये इम्तिहानों का दौर है*
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