अध्यात्म
आज का सुविचार
आज का सुविचार(चिन्तन)
मंगलवार, 3 मई 2022
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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..03-05-2022*..🎋
✍🏻सुख व्यक्ति के अहंकार की परीक्षा लेता है और दु:ख उसके धैर्य की दोनों परीक्षाओं मे उत्तीर्ण व्यक्ति का जीवन ही सफल जीवन होता है।
💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar* 💐
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻पांवों में यदि जान हो तो, मंजिल हम से दूर नहीं, आंखों में यदि पहचान हो तो, इंसान हम से दुर नहीं,दिल में यदि स्थान हो तो, अपने हम से दुर नहीं, भावना में यदि जान हो तो, भगवान हम से दूर नहीं।
🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹
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🇲🇰ओम शांति ब्रह्मा मुख्य द्वारा सत्य गीता ज्ञान दाता निराकार शिव भगवानुवाच l🇲🇰
🚩मीठे बच्चे मीठे बाबा जैसा बनो, मीठा और प्यारा l पतित बनने से ही बिगड़ा है, संसार का खेल सारा l जब तुम पावन थे, तो यह संसार था, बड़ा प्यारा, सुख भरा l 🤗
🦍काम क्रोध ही है, सबसे बड़े से बड़ा, दुश्मन तुम्हारा l इसलिए पावन बनाने के लिए, मुझ पतित पावन परमात्मा को, सभी ने पुकारा l काम क्रोध के कारण ही है, घर-घर में और सभी धर्मों में, झगड़ा सारा l 🤓
🙇🏻♂️भय, चिंता, नफरत के कारण ही इकट्ठा किया है सभी ने, हथियारों का जखीरा l विनाश काले विपरीत बुद्धि का ही है, यह नजारा l अभी इस पतित दुखदाई सृष्टि का खेल, हो गया पूरा l 🦚
🪆सच्चे मात पिता के बिना, यह संसार बन गया था, बेसहारा, आवारा I अभी मैं सर्व का मात पिता, बनकर आया हूं, सबका सहारा l अभी मानो, कहना मेरा l ✡️
🧎🏻♂️मेरी श्रीमत से ही होगा, संपूर्ण कल्याण तुम्हारा l विश्व विजेता स्वर्ग बन रहा है, प्रिय भारत, मेरे ही द्वारा l अभी मेरी याद और पढ़ाई पर, ध्यान दो पूरा l🇲🇰
💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*03 मई:-*_ जब मनुष्य कर्मो से भ्रष्ट बन जाता है, तब उसे श्रेष्ठ बंनाने के लिए पाप काटेश्वर *शिव* को इस धरती पर आना पड़ता है।
🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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🙏 *ॐ शांति* 🙏
कुछ *इच्छाएं* जो हमारी कोशिशों के बाद भी पूरी नहीं हो पाती... उन्हें *समय* पर छोड़ देना चाहिये। जब उनका समय आयेगा तब वे *स्वयं* ही पूरी हो जायेंगी।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
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*कहते हैं कि हे भले इन्सान तुम अपना सच्चा मकसद याद रखते हुए परमाथ॔ के मार्ग पर टिके रहो और हर समय अपने मन और इंद्रियों पर पहरा देते रहो ताकि तुम बुराइयों और पापों से दुर रह सको और हर वक्त जागते रहो इस संसार मे तो हमे सभी जागते हुए दिखाई देते है पर असल में वे सोये हुए है क्यों की वे प्रभु के सच्चे ज्ञान से बेखबर है अनजान है वे दुनियावी विषयों-विकारों द्वारा लूटे जा रहे है क्यों की वे मालिक की ओर से बेखबर है जागने को तो उल्लू भी जागता है जो उलटा होकर साँस लेता है पर उसे जागते हुए भी सूरज का प्रकाश घोर अँधरे जैसा लगता है ऐसे जागने से क्या फायदा? असल में वे लोग धन्य है जो हमेशा मालिक के प्रेम में मग्न रहते हुए जागते है.....*
ओम शान्ति
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