इंजन पटरी पर न दौड़े तो क्या डब्बे पटरी पर दौड़ पाएंगे_डीईओ डॉ खंडेलवाल
इंजन पटरी पर न दौड़े तो क्या डब्बे पटरी पर दौड़ पाएंगे_डीईओ डॉ खंडेलवाल
शासन की गाइडलाइन के अनुसार कार्य कर बच्चों को बनाएं स्मार्ट_डीईओ डॉ विजय
विकासखंड स्तरीय समीक्षा बैठक में डीईओ ने कहा समय सीमा पर हो कार्य
आरंग
विकासखंड स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन अपरान्ह वेंकटेश्वर सिग्नेचर स्कूल के शैक्षिक हाल में किया गया, इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर डॉ विजय खंडेलवाल ने शासन की महत्वपूर्ण योजना जाति प्रमाण पत्र एवं अपार आईडी बनाने को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए यू डाइस, केंद्रीयकृत परीक्षा, मूल्यांकन प्रोसेस, छात्रवृत्ति, स्वच्छता एवं एफएलएन प्रोग्रेस तथा प्रायोजना, शौचालय,भवन की स्थिति एवं आगामी समर कैंप गतिविधि पर भी फोकस किया तथा संस्था प्रमुखों को टालने की प्रवृत्ति से बचते हुवे नैतिक जिम्मेदारी के लिए प्रेरित करते हुए दार्शनिक अंदाज में कहा कि इंजन पटरी पर न दौड़ें तो क्या डब्बे पटरी पर दौड़ पाएंगे उन्होंने शासन की सभी योजनाओं को समय सीमा पर पूरा करने के निर्देश देते हुए आह्वान किया की नई पीढ़ी को शैक्षिक विकास की दिशा में स्मार्ट बनाएं वही विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिनेश शर्मा ने विकास खंड के स्कूलों की बिंदुबार आंकड़े सहित जानकारी उपलब्ध कराते हुए सब का उत्साह बढ़ाते हुए कहा की संकल्प शक्ति से दुविधा की बेड़िया कट जाती है तथा निरंतर कार्य करने से लक्ष्य प्राप्ति आसान होती है और कार्य योजना एवं समय नियोजन का महत्व समझाते हुए सफलता के कई टिप्स दिए.
इस अवसर पर विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मातली नंदन वर्मा, नोडल प्राचार्य श्री राम बंडारू सहित 50 प्राचार्य गण, 120 पूर्व माध्यमिक प्रधान पाठक एवं 212 प्राइमरी प्रधान पाठकगण उपस्थित थे तथा आभार प्रदर्शन वेंकटेश्वर सिगनेचर स्कूल प्राचार्य डॉ सौम्या रघुवीर ने किया एवं मंच संचालन प्रधान पाठक अरविंद वैष्णव तथा संकुल समन्वयक गण प्रहलाद शर्मा, हरीश दीवान, सुरेंद्र चंद्रसेन, प्रदीप चंद्राकर, ओंकार वर्मा, मनोज मुछावर,भास्कर प्रसाद यादव,नरेंद्र ठाकुर,अभिषेक तिवारी प्राचार्य गण सरोजिनी केरकट्टा, राज्यश्री गुप्ता, सी जे परदेसी, इंद्रजीत बिंद, जे आर मिरी,आर पी साहू आदि एवं प्रधान पाठक गण विनोद चंद्राकर, रामकुमार सिन्हा, नरसिंह दास मानिकपुरी,शैलेंद्र शुक्ला, शीला गुरु गोस्वामी, इंद्रा साहू,लक्षण लहरी, डोमन डहरिया ,संतोष चंद्राकर, उमेंद्र चंद्राकर, संज्ञा चंद्राकर, छोटूराम साहू, जनक टंडन, बोधन देवांगन आदि सभी ,48 संकुल के संस्था प्रमुखों की उपस्थिति रही।