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आत्मा को आत्मा से जोड़ कर विश्व भातृत्व भाव बढ़ाने वाला स्नेह सूत्र है --राखी

: राखी कोई धागा मात्र नहीं है,बल्कि इस धागे की डोर से सुरक्षा का संकल्प जन्म लेता है.....



आत्मा को आत्मा से जोड़ कर विश्व भातृत्व भाव बढ़ाने वाला स्नेह सूत्र है --राखी




रक्षासूत्र का पांच अर्थ है----  ब्रह्माकुमारी अंशु दीदी 

तेजश्वी यादव / छुरा

 क्षेत्र के आध्यात्मिक संस्थान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविधालय शाखा खड़मा के ओमं शांति भवन मे ईश्वरीय स्नेह व पवित्रता के प्रतिक  रक्षाबंधन का पर्व अलौकिक माहौल मे धूम धाम से मनाया गया । रक्षाबंधन का पर्व वैसे तो हिंदू धर्म में हर कोई मनाता है लेकिन रक्षा सूत्र कौन—कौन से हैं, इसकी जानकारी शायद ही किसी भाई  या बहन् को होगी । सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अंशु दीदी ने बताई की पवित्रता के सागर परमपिता परमात्मा  शिव ने विश्व  नव निर्माण के लिए पवित्रता के प्रतिक रक्षा सूत्र बांध पवित्रता के ताज व तिलक दे नई सतयुगी दुनिया के लिए सर्वगुणों से संपन्न बनाया था।जिसकी यादगार रक्षाबंधन के रूप मे मनाया जाता है। उसि रक्षसूत्र का अर्थ दीदी ने बताई की रक्षा सूत्र के 5 अर्थ है ,जिसमे  पहला है स्नेह सूत्र - आत्मा को आत्मा से जोड़कर विश्व भातृत्व भाव बढ़ाने वाला यह स्नेह सूत्र है। दूसरा है रक्षा सूत्र- तन, मन,  का प्रेरक यह रक्षा सूत्र है। तीसरा ईश्वरीय सूत्र- ईश्वरीय ज्ञान, शक्तियों और वरदानों की प्राप्ति कराने वाला यह सूत्र है। चौथा परिवर्तन सूत्र - स्व का परिवर्तन कर विश्व परिवर्तन की ओर अग्रसर करने वाला यह परिवर्तन सूत्र है और पांचवा है पवित्रता सूत्र - इसमें मन, वचन, कर्म, संबंध शरीर प्रकार की शुद्धि से भरे विश्व की ओर ले जाने वाला यह पवित्रता का सूत्र है। इन पांच सूत्रों से विश्व का निर्माण होता है। 


उन्होंने बताई की रक्षाबंधन का पर्व सही मायने में विश्वास और समर्पण की भावना का त्योहार है।  राखी कोई धागा मात्र नहीं है बल्कि इ

[11/08, 4:02 pm] तेजश्वी यादव छुरा: बल्कि इस धागे की डोर से सुरक्षा का संकल्प जन्म लेता है। आज हर बहन अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके, कुछ इस तरह हम सभी भाइयों को बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेना है।कार्यक्रम मे पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अवधराम साहू,पूर्व मंडल अध्यक्ष अघन सिंह ठाकुर, डा.महावीर प्रसाद बरगाह,नीलकंठ सिंह ठाकुर,किशोर साहू,प्रमोद शर्मा, जागेश्वर धुरु,देवापी सोनी, श्रीमती पूर्णिमा कंवर,सुरुतिसोनी,यादराम साहू,गोविंदयादव, हेमलाल ,गोविंद यादव,अलख राम ,साधुराम, निशाद,जीवनलाल,भोजराम,रामजी, तेजराम ध्रुव, तेजू नंदे,शांति साहू,गोपाल यादव,गौरी माता कमला बहन सहित ग्राम गाइडबरी,         पिपरछेड़ी, कानेसर,करचाली, कोरासि छुरा,  ,रानीपरतेवा,मड़ेली, के संस्थान के सदस्यगन उपस्थित रहे।

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